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Monday, 25 November 2019

मेरे नैना सावन भादो - Mere Naina Sawan Bhado Lyrics from Mehbooba

पाठको, प्रस्तुत है 'मेरे नैना सावन भादो फिर भी मेरा मन प्यासा' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९७६ मैं आयी फिल्म 'महबूबा' से है. इस गीत के बोल लिखे है आनंद बक्षी साहब ने और इसे संगीतबद्ध किया है आर.डी.बर्मन ने. 'मेरे नैना सावन भादो' गीत 'शिवरंजनी' राग पर आधारित है और यह गीत इस फिल्म मैं लता मंगेशकर, किशोर कुमार इन दोनो गायकों द्वारा गाया गया. किशोरदा की आवाज वाला 'मेरे नैना सावन भादो' गीत लता के गीत से अधिक लोकप्रिय हुआ. 'महबूबा' फिल्म मैं राजेश खन्ना और हेमा मालिनी प्रमुख भूमिका मै थे. 

इस संक्षिप्त जानकारी के साथ पेश है, 'मेरे नैना सावन भादो' गीत के बोल हिंदी मैं. धन्यवाद!




फिल्म / एल्बम : महबूबा (1976)
संगीत दिया है: आर.डी.बर्मन
गीत के बोल: आनंद बक्षी
गायक: लता मंगेशकर, किशोर कुमार

मेरे नैना सावन भादो..

फिर भी मेरा मन प्यासा.. (2)

मेरे नैना सावन भादो..

फिर भी मेरा मन प्यासा.. (2)

ऐ दिल दीवाने खेल है क्या जाने
दर्द भरा ये गीत कहाँ से इन होठों पे आए
दूर कहीं ले जाए
भूल गया क्या भूल के भी है
मुझको याद जरा सा...

फिर भी मेरा मन प्यासा

बात पुरानी है एक कहानी है
अब सोचूं तुम्हें याद नहीं है अब सोचू नहीं भूले
वो सावन के झूले
रुत आए रुत जाए देकर झूठा एक दिलासा

फिर भी मेरा मन प्यासा

बरसों बीत गए हमको मिले बिछड़े
बिजुरी बनकर गगन पे चमकी बीते समय की रेखा
मैंने तुमको देखा
मन संग आँख मिचौली खेले आशा और निराशा..

फिर भी मेरा मन प्यासा..

घुँघरू की छमछम बन गयी दिल का गम
डूब गया दिल यादों में उभरी बेरंग लकीरें
देखो ये तस्वीरें
सूने महल में नाच रही है अब तक इक रक्कासा

फिर भी मेरा मन प्यासा..

मेरे नैना सावन भादो..

फिर भी मेरा मन प्यासा.. (3)




Friday, 22 November 2019

गो गो गोविंदा - Go Go Govinda Lyrics from OMG Oh My God

दर्शको, दहिहांडी अथवा कृष्ण जन्माष्टमी गीतो के श्रेणी मैं प्रस्तुत है  'गो..गो.. गो.. गोविंदा' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल २०१२ मैं आयी फिल्म 'ओह माय गॉड!' से है. इस 'गो गो गोविंदा' गीत की शब्द रचना की है हिमेश रेशमिया ने और इसे संगीत से सवारा भी है खुद हिमेश रेशमियाने. इस गीत को गाया है श्रेया घोषाल और मिका सिंग ने. यह गीत अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा और डान्सर अभिनेता प्रभुदेवा पर फिल्माया गया है. यह गाना हिमेश रेशमिया के संगीत और सोनाक्षी सिन्हा, प्रभुदेवा के नृत्य प्रदर्शन से बहुत प्रसिद्ध हुआ. 'ओह माय गॉड!' फिल्म मैं अभिनेता अक्षय कुमार और चरित्र अभिनेता परेश रावल प्रमुख भूमिका मैं दिखे.

इस जानकारी के साथ पेश है, 'गो गो गोविंदा' गीत के बोल हिंदी मैं. जय श्रीकृष्ण!


फिल्म / एल्बम : ओह माय गॉड! (2012)
संगीत दिया है: हिमेश रेशमिया
गीत के बोल: हिमेश रेशमिया
गायक: श्रेया घोषाल, मीका सिंह

गो..गो.. गो.. गोविंदा (4)

अट्के मटके झट्के मारे है
तू आज शोला तो हम भी फ़ुआरे  है
तू आसमान पे है  तो चाँद तारे  है हम (2)

चाहे दम निकले यह दम
है कसम तेरी कसम...
तुझे आज छोड़ेंगे न हम...

गो गो गो गोविंदा (2)

अट्के मटके झट्के मारे है
तू आज शोला तो हम भी फ़ुआरे  है
तू आसमान पे है  तो चाँद तारे  है हम (2)

चाहे दम निकले यह दम
है कसम तेरी कसम...
तुझे आज छोड़ेंगे न हम...

गो गो गो गोविंदा (2)

ग्यारा बारा तेरा बड  रहा पारा..
बॉडी का हमरा यारा..
ग्यारा बारा तेरा...
ग्यारा बारा तेरा बड  रहा पारा..
बॉडी का हमरा यारा..

देखोना हमारे नैनो से करारे
निकला है शरारा..

तेरी यह नज़ारे लगे हमे कितना सतरंगी
तेरा बड़ा चर्चा तेरा किस्सा अतरंगी

चाहे दम निकले यह दम
है कसम तेरी कसम...
तुझे आज छोड़ेंगे न हम...

गो गो गो गोविंदा (2)

ओए ओए ओए ओए...

अट्के मटके झट्के मारे है
तू आज शोला तो हम भी फ़ुआरे  है
तू आसमान पे है  तो चाँद तारे  है हम (2)

चाहे दम निकले यह दम
है कसम तेरी कसम...
तुझे आज छोड़ेंगे न हम...

गो गो गो गोविंदा..

क्या ये दिल्लगी है क्या ये आशिकी है
मूड में दीवानगी है क्या ये दिल्लगी है...
बोलो बोलो बोलो...

क्या ये दिल्लगी है क्या ये आशिकी है
मूड में दीवानगी है
आज हवाओ में आज फिज़ाओ में
कैसे ये तिश्नगी है

आज मस्ती में तेरी गुम  होंगे हम तो
आज धुनकी में तेरी तुन होंगे हम तो

चाहे दम निकले यह दम
है कसम तेरी कसम...
तुझे आज छोड़ेंगे न हम...
अहा...

गो गो गो गोविंदा (2)

अट्के मटके झट्के मारे है
तू आज शोला तो हम भी फ़ुआरे  है
तू आसमान पे है  तो चाँद तारे  है हम (2)

चाहे दम निकले यह दम
है कसम तेरी कसम...
तुझे आज छोड़ेंगे न हम...

गो गो गो गोविंदा (2)

ये मटकी तोड  रे....

गो गो गो गोविंदा (4)



Thursday, 21 November 2019

देवा श्री गणेशा - Deva Shree Ganesha Lyrics from Agneepath

दोस्तो, गणपती गीतो की श्रेणी मैं पेश है, श्री गणेश स्तुती गीत 'देवा श्री गणेशा' के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल २०१२ मैं आयी फिल्म 'अग्नीपथ' से है. 'देवा श्री गणेशा' गीत के बोल लिखे है अमिताभ भट्टाचार्य ने और इसे पुरे ऊर्जा से गाया है गायक अजय गोगावले ने. इस गणेश स्तुती को संगीत दिया है संगीतकार जोडी अजय गोगावले, अतुल गोगावले ने. यह गीत अभिनेता ह्रितिक रोशन, प्रियांका चोप्रा पर फिल्माया गया है और गणेशजी की बनायी विशाल प्रतिमा इस गीत मैं विशेष आकर्षण रही.

इस  विस्तृत जानकारी के साथ पेश है, 'देवा श्री गणेशा' गीत के बोल हिंदी मै. जय गणेश! गणपती बाप्पा मोरया!




फिल्म / एल्बम : अग्निपथ (2012)
संगीत दिया है: अजय गोगावले, अतुल गोगावले
गीत के बोल: अमिताभ भट्टाचार्य
गायक: अजय गोगावले

देवा श्री गणेशा.. (10)

ज्वाला सी जलती है आँखो में जिसके भी
दिल मे तेरा नाम है
परवाह ही क्या उसका आरंभ कैसा है
और कैसा परिणाम है

धरती अंबर सितारे...
उसकी नज़रे उतारे....
डर भी उससे डरा रे....
जिसकी रखवालिया रे....

करता साया तेरा..

हे देवा श्री गणेशा

देवा श्री गणेशा (7)

हो... तेरी भक्ति तो वरदान है
जो कमाए वो धनवान है

बिन किनारे की कश्ती है वो
देवा तुझसे जो अन्जान है

यूँ तो मूषक सवारी तेरी
सब पे है पहेरेदारी तेरी

पाप की आँधिया लाख हो
कभी ज्योती ना हारी तेरी

अपनी तकदीर का वो
खुद सिकंदर हुआ रे

भूल के ये जहां रे

जिस किसी ने यहाँ रे
साथ पाया तेरा

हे देवा श्री गणेशा..

देवा श्री गणेशा (7)

हो तेरी धूलि का टीका किए
देवा जो भक्त तेरा जिए

उसे अमृत का है मोह क्या
हँस के विष का वो प्याला पिए

तेरी महिमा की छाया तले
काल के रथ का पहिया चले

एक चिंगारी प्रतिशोध से
खड़ी रावण की लंका जले

शत्रुओं की कतारें एक अकेले से हारे
कण भी परबत हुआ रे...
श्लोक बन के जहाँ रे
नाम आया तेरा...

हे देवा श्री गणेशा...

देवा श्री गणेशा (6)

गणपति बप्पा...  मोरया....

घलीन लोटांगण वंदिन चरन
डोळ्यांनी पहिंन रुप तुझे

प्रेम आलिंगिन अनंदे पूजीं
भवे ओवलिं म्हानें नामः

त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बन्धु सखा त्वमेव

त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वं मम देव देवा

कायें वाचा मनसेंद्रीयवाह
बुद्धयात्मनैवा प्रकृते स्वभावत

करोमि यद् यात सकलं परस्मै
नारायणा इती समर्पयामि

अचुतम केशवं रामा नारायणं
कृष्णा देमोदरम वाशुदेवं हारीम

श्रीधरम माधावुम गोपिका वल्लभं
जानकी नायकम रामचंद्रम भजे

हरे.. राम.. हरे राम..
राम.. राम.. हरे हरे...

हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे..

हरे.. राम.. हरे राम..
राम.. राम.. हरे हरे...

हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे..



अभी मुझ में कहीं - Abhi Mujh Mein Kahin Lyrics from Agneepath

दर्शको, इस बार प्रस्तुत है 'अभी मुझ में कहीं बाक़ी थोड़ी सी है ज़िन्दगी' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल २०१२ मैं आयी फिल्म 'अग्निपथ' से है. इस गीत के बोल लिखे है अमिताभ भट्टाचार्य ने और इसे बहुत सुंदरता से गाया है सोनू निगम ने अपने प्यारे आवाज मैं. 'अभी मुझ में कहीं' गीत को संगीत दिया है मराठी संगीतकार जोडी अजय गोगावले, अतुल गोगावले ने.

२०१२ मैं आयी यह फिल्म अमिताभ बच्चन की १९९० मैं आयी 'अग्निपथ' फिल्म की पुनर्निर्माण फिल्म थी. इस फिल्म मैं ह्रितिक रोशन और प्रियांका चोप्रा मुख्य किरदार मैं दिखे और यह २०१२ की म्युझिकल हिट रही. इस जानकारी के साथ पेश है, 'अभी मुझ में कहीं' गीत के बोल हिंदी मैं. धन्यवाद!



फिल्म / एल्बम : अग्निपथ (2012)
संगीत दिया है: अजय गोगावले, अतुल गोगावले
गीत के बोल: अमिताभ भट्टाचार्य
गायक: सोनू निगम

अभी मुझ में कहीं..
बाकी थोड़ी सी है जिन्दगी..

जागी धड़कन नई
जाना ज़िन्दा हूं मैं तो अभी..

कुछ ऐसी लगन
इस लम्हे में है
ये लम्हा कहाँ था मेरा...

अभी है सामने...
इसे छु लूं ज़रा...
मर जाऊं या जी लूं ज़रा...

खुशियाँ चूम लूं ... या रो लूं ज़रा...
मर जाऊं या.. जी लूं ज़रा...

अभी मुझ में कहीं
बाकी थोड़ी सी है जिन्दगी

धूप में जलते हुए तन को
छाया पेड़ की मिल गयी..
रूठे बच्चे की हंसी जैसे
फुसलाने से फिर खिल गयी...

कुछ ऐसा ही महसुस दिल को
हो रहा
बरसों के पुराने ज़ख्मों पे मरहम
लगा सा है

कुछ एहसास है
इस लम्हे में है
ये लम्हा कहाँ था मेरा...

अभी है सामने...
इसे छु लूं ज़रा...
मर जाऊं या जी लूं ज़रा...

खुशियाँ चूम लूं ... या रो लूं ज़रा...
मर जाऊं या.. जी लूं ज़रा...

डोर से पतंग जैसी
थी ये ज़िन्दगी मेरी..
आज हो कल हो मेरा ना हो
हर दिन थी कहानी मेरी...

एक बंधन नया पीछे से मुझको बुलाये
आने वाले कल की क्यूँ फ़िकर मुझको सता जाये

इक ऐसी चुभन इस लम्हें में है
इस लम्हे में है
ये लम्हा कहाँ था मेरा...

खुशियाँ चूम लूं ... या रो लूं ज़रा...
मर जाऊं या.. जी लूं ज़रा...


Wednesday, 20 November 2019

शोर मच गया शोर - Shor Mach Gaya Shor Lyrics from Badla

पाठको, दहिहांडी अथवा कृष्ण जन्माष्टमी मैं हमेशा पसंद किये जाने वाले गीतो मैं से एक गीत 'शोर मच गया शोर' के बोल आपके लिये हिंदी मैं प्रस्तुत कर रहे है. यह गीत साल १९७४ मैं आयी फिल्म 'बदला' से है. इस गीत को लिखा है आनंद बक्षी साहब ने और इसे अपने आवाज मैं गाया है किशोर कुमारजी  ने. 'शोर मच गया शोर' गीत को संगीत दिया है, मशहूर संगीतकार जोडी लक्ष्मीकांत-प्यारेलालजी ने. यह गीत अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा पर चित्रित हुआ है और उनके खास अंदाज से बहुत प्रसिद्ध भी हुआ.

इस विशेष जानकारी के साथ पेश है, 'शोर मच गया शोर' गीत के बोल हिंदी मैं. जय श्रीकृष्ण!




फिल्म / एल्बम : बदला (1974)
संगीत दिया है: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
गीत के बोल: आनंद बक्षी
गायक: किशोर कुमार

एक दो तीन चार...
राजू दादा के चेले होशियार..(2)

शोर मच गया शोर...
हो देखो
आया माखन चोर...

गोकुल की गलियों की ओर
चला निकला माखन चोर...
नंदकिशोर...

शोर मच गया शोर...
हो देखो
आया माखन चोर...

देखी जो ग्वालों की टोली
टोली...
कोई गुजरिया बोली
बोली...
किसकी बारात है ये
किसकी है डोली..
डोली डोली...
जमुना के तट की ओर चला निकला
ओ चला चला चला...
चला निकला माखन चोर
नंदकिशोर...

शोर मच गया शोर...
हो देखो
आया माखन चोर...

ग्वालन के पीछे दौड़े
दौड़े..
कंकर से मटकी फोड़े
फोड़े..
मारे यशोदा माँ
चोरी ना छोड़े
छोड़े-न छोड़े...
देखे नजर की डोर...
चला निकला माखन चोर
नंदकिशोर...

शोर मच गया शोर...
हो देखो
आया माखन चोर...

एक के ऊपर एक
एक..
देख तमाशा देख
देख..
तोड़ मटकी तोड़
और ऊँचा
और और...

एक दो तीन चार
राजू बड़ा होशियार
होशियार... (2)

होशियार...

गिर न जाना मेरे यार..
एक के ऊपर एक...

शोर मच गया शोर...
हो देखो
आया माखन चोर...






मच गया शोर - Mach Gaya Shor Lyrics from Khuddaar

दर्शको, हर कृष्ण जन्माष्टमी पर कुछ गीत हमेशा पसंद किये जाते है. यही कारण हैं की, हम प्रस्तुत कर रहे है 'मच गया शोर सारी नगरी रे' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९८२ मैं आयी फिल्म 'खुद्दार' सें है. 'मच गया शोर' गीत के बोल लिखे है मजरूह सुल्तानपुरीजी ने और इसे गाया है महान गायक किशोर कुमार, लता मंगेशकर ने. इस गीत को संगीतबद्ध किया है राजेश रोशन साहब ने और यह गीत महानायक  अमिताभ बच्चनजी पर फिल्माया गया है.

इस जानकारी के साथ पेश है, 'मच गया शोर सारी नगरी रे' गीत के बोल हिंदी मैं. राधे राधे!



फिल्म / एल्बम : खुद्दार (1982)
संगीत दिया है: राजेश रोशन
गीत के बोल: मजरूह सुल्तानपुरी
गायक: किशोर कुमार, लता मंगेशकर

मच गया शोर सारी नगरी रे..
सारी नगरी रे...
आया बिरज का बाँका
संभाल तेरी गगरी रे...

ओ ... आया बिरज का बाँका
संभाल तेरी गगरी रे...

अरे मच गया शोर सारी नगरी रे..
सारी नगरी रे..
आया बिरज का बाँका
संभाल तेरी गगरी रे...

ओ ... आया बिरज का बाँका
संभाल तेरी गगरी रे...

देखो अरे देखो कहीं ऐसा न हो जाए
चोरी करे माखन तेरा जिया भी चुराए (2)

अरे धमकाता है इतना तू किसको

डरता है कौन आने दे उसको (2)

ऐसे न बहुत बोलो
मत ठुमक-ठुमक डोलो
चिल्लाओगी तब गोरी
जब उलट देगा तोरी
गगरी आ के पीछे  डगरी रे

अरे मच गया शोर सारी नगरी रे..
सारी नगरी रे..
आया बिरज का बाँका
संभाल तेरी गगरी रे...

ओ ... आया बिरज का बाँका
संभाल तेरी गगरी रे...

जाने क्या करता अगर होता कहीं गोरा
जा के जमुना में ज़रा शक्ल देखे छोरा (2)

बिंदिया चमकाती रस्ते में न जा

मनचला भी है गोकुल का राजा (2)

पड़ जाये नहीं पाला
राधा से कहीं लाला
फिर रोयेगा गोविंदा
मारेगी ऐसा फंदा
गर्दन से बंधेगी ऐसी चुनरी रे..

अरे मच गया शोर सारी नगरी रे..
सारी नगरी रे..
आया बिरज का बाँका
संभाल तेरी गगरी रे...
ओ ... आया बिरज का बाँका
संभाल तेरी गगरी रे... (2)

अरे मच गया शोर सारी नगरी रे..
सारी नगरी रे..
आया बिरज का बाँका
संभाल तेरी गगरी रे...





Tuesday, 19 November 2019

इतनी शक्ति हमें देना - Itni Shakti Hamein Dena Data Lyrics from Ankush

प्यारे पाठको, प्रस्तुत है भजन गीतो की श्रेणी मैं 'इतनी शक्ति हमें देना दाता' गीत के बोल हिंदी मैं. यह एक प्रार्थना गीत है, जो साल १९८६ मैं आयी फिल्म 'अंकुश' से है. 'इतनी शक्ति हमें देना दाता' गीत को लिखा है अभिलाष ने और संगीत से सजाया है कुलदीप सिंहजी ने. यह गीत बडे भक्तीभाव से गाया है पुष्पा पागधरे, सुषमा श्रेष्ठ ने. इस फिल्म 'अंकुश' मैं नाना पाटेकर प्रमुख भूमिका मैं दिखे और उनके किरदार को खूब सरहाया गया.

इस जरुरी जानकारी के साथ पेश है, 'इतनी शक्ति हमें देना दाता' गीत के बोल हिंदी मैं. धन्यवाद!




फिल्म / एल्बम : अंकुश (1986)
संगीत दिया है:  कुलदीप सिंह
गीत के बोल: अभिलाष
गायक: पुष्पा पागधरे, सुषमा श्रेष्ठ

इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे हमसे
भूलकर भी कोई भूल हो ना (2)

इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना

दूर अज्ञान के हों अंधेरे
तू हमें ज्ञान की रोशनी दे

हर बुराई से बचते रहें हम
जितनी भी दे भली ज़िन्दगी दे

बैर हो ना किसी का किसी से
भावना मन में बदले की हो ना

हम चलें नेक रस्ते पे हमसे
भूलकर भी कोई भूल हो ना

इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना

हम ना सोचें हमें क्या मिला है
हम ये सोचे किया क्या है अर्पण

फूल खुशियों के बाँटे सभी को
सब का जीवन ही बन जाए मधुबन ओ.. ओ..

अपनी करुणा का जल तू बहा के
कर दे पावन हर एक मन का कोना

हम चलें नेक रस्ते पे हमसे
भूलकर भी कोई भूल हो ना

इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना


ऐ मालिक तेरे बन्दे हम - Ae Malik Tere Bande Hum Lyrics

पाठको, भजन गीत के श्रेणी मै प्रस्तुत है 'ऐ मालिक तेरे बन्दे हम' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९५७ मैं आयी फिल्म 'दो आँखें बारह हाथ' से है. 'ऐ मालिक तेरे बन्दे हम' गीत के बोल लिखे हैं भरत व्यासजी ने और इसे गाया हैं लता मंगेशकर दीदी ने. इस गीत को संगीतबद्ध किया है वसंत देसाई ने. यह एक प्रार्थना गीत है और बहुत प्रेक्षक इसे एक प्रेरणादायी गीत के रूप मैं देखते/मानते हैं. इस जमाने मैं भी लोग इस गीत को पसंद कर रहें हैं और नयी पीढी को सिखा रहें है यही बात इस गीत को अजरामर होने का प्रमाण देती है.

इस विस्तृत जानकारी के साथ पेश है, 'ऐ मालिक तेरे बन्दे हम' गीत के बोल हिंदी मैं. धन्यवाद!




फिल्म / एल्बम : दो आँखें बारह हाथ (1957)
संगीत दिया है: वसंत देसाई
गीत के बोल: भरत व्यास
गायक: लता मंगेशकर

ऐ मालिक तेरे बंदे हम...
ऐसे हो हमारे करम...
नेकी पर चलें
और बदी से टलें
ताकि हंसते हुये निकले दम...

ये अंधेरा घना छा रहा...
तेरा इनसान घबरा रहा...
हो रहा बेखबर..
कुछ न आता नज़र...
सुख का सूरज छिपा जा रहा
है तेरी रोशनी में वो दम...
जो अमावस को कर दे पूनम..
नेकी पर चलें
और बदी से टलें
ताकि हंसते हुये निकले दम..

जब ज़ुल्मों का हो सामना...
तब तू ही हमें थामना...
वो बुराई करें...
हम भलाई भरें...

नहीं बदले की हो कामना
बढ़ उठे प्यार का हर कदम...
और मिटे बैर का ये भरम...
नेकी पर चलें
और बदी से टलें
ताकि हंसते हुये निकले दम..

बड़ा कमज़ोर है आदमी....
अभी लाखों हैं इसमें कमीं...
पर तू जो खड़ा
है दयालू बड़ा
तेरी कृपा से धरती थमी

दिया तूने जो हमको जनम...
तू ही झेलेगा हम सबके ग़म...
नेकी पर चलें
और बदी से टलें
ताकि हंसते हुये निकले दम..



Monday, 18 November 2019

मैं नशे में हूँ - Main Nashe Mein Hu Lyrics By Jagjit Singh

दोस्तो, 'ग़ज़ल' गीत श्रेणी मैं आज पेश कर रहे है, 'मैं नशे में हूँ' ग़ज़ल के अल्फाज़ हिंदी मैं. यह गीत साल १९९९ मैं आयी जगजीतसिंह की अल्बम 'अ जर्नी' से है. 'मैं नशे में हूँ' ग़ज़ल के अल्फाज़ लिखे है शहीद कबीर ने और इसे गाया और संगीत से सवारा हैं खुद जगजीत सिंह ने. जगजीत सिंह साहब और ग़ज़ल दोनो इस संसार के अविभाज्य भाग है. 'ग़ज़ल' शब्द का जिक्र आये और जगजीत सिंहजी याद न आये ऐसा मुमकिन हि नहीं.

इस जानकारी के साथ प्रस्तुत है ग़ज़ल 'मैं नशे में हूँ' के बोल हिंदी मैं. शुक्रिया!



फिल्म / एल्बम : अ जर्नी (1999)
संगीत दिया है: जगजीत सिंह
गीत के बोल: शहीद कबीर
गायक: जगजीत सिंह

ठुकराओ..
ठुकराओ या अब के प्यार करो
मैं नशे में हूँ (2)

जो चाहो मेरे यार करो
मैं नशे में हूँ (2)

ठुकराओ..
ठुकराओ या अब के प्यार करो
मैं नशे में हूँ

अब भी दिला रहा हूँ (2)

यकीन-ऐ-वफ़ा मगर

अब भी दिला रहा हूँ (4)

मेरा ना एतबार करो

मैं नशे में हूँ... (2)

ठुकराओ..
ठुकराओ या अब के प्यार करो
मैं नशे में हूँ

गिरने दो...

गिरने दो तुम मुझे
मेरा साग़र संभाल लो (2)

गिरने दो (3)
गिरने दो (3)

गिरने दो तुम मुझे
मेरा साग़र संभाल लो

इतना तो मेरे यार करो
मैं नशे में हूँ... (2)

मुझको कदम-कदम पे भटकने दो वाइज़ों
तुम अपना कारोबार करो
मैं नशे में हूँ...

फ़िर बेखुदी में हद से गुज़रने लगा हूँ मैं (3)

फ़िर बेखुदी..
फ़िर बेखुदी में हद से गुज़रने लगा हूँ मैं

इतना ना मुझसे प्यार करो
मैं नशे में हूँ... (2)



ताजदार-ए-हरम - Tajdar-e-Haram Lyrics Atif Aslam

प्यारे दर्शको, गैरफिल्मी गीतो की श्रेणी मैं पेश है 'ताजदार-ए-हरम' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल २०१५ के 'कोक स्टूडियो सीज़न 8 एपिसोड 1' से है. 'ताजदार-ए-हरम' गीत के बोल लिखे है हकीम मिर्ज़ा मदनी ने और इस गीत को गाया है आतिफ़ असलम ने अपने जादुई आवाज मैं. इस गीत का संगीत संयोजन किया है सबरी ब्रदर्ज़ ने. 'ताजदार-ए-हरम' गाने का व्हिडिओ युट्युब पर बहुत सरहाया गया और इसके लाखों लोगो ने देखा है.

इस जानकारी के साथ प्रस्तुत है, आतिफ़ असलम के 'ताजदार-ए-हरम' गीत के बोल हिंदी मैं.


फिल्म / एल्बम : कोक स्टूडियो सीज़न 8 एपिसोड 1 (2015)
संगीत दिया है: सबरी ब्रदर्ज़
गीत के बोल: हकीम मिर्ज़ा मदनी
गायक: आतिफ़ असलम

क़िस्मत में मेरी चैन से जीना लिख दे
डूबे ना कभी मेरा सफ़ीना लिख दे
जन्नत भी गँवारा है
मगर मेरे लिए
ऐ कातिब-ए-तक़दीर
मदीना लिख दे

ताजदार-ए-हरम (2)

हो निगाह-ए-करम
हम गरीबों के दिन भी संवर जाएंगे

हामी-ए बेकसां क्या कहेगा जहां
आपके दर से खाली अगर जाएँगे

ताजदार-ए-हरम (2)

कोई अपना नहीं गम के मारे हैं हम
आपके दर पे फ़रियाद लाएँ हैं हम
हो निगाह-ए-करम
वरना चौखट पे हम
आपका नाम ले ले के मर जाएँगे

ताजदार-ए-हरम (2)

क्या तुमसे कहूँ ऐ अ रब के कुँवर
तुम जानते हो मन की बतियाँ
दार-ए-फुरक़त तो आये उम्मी-लक़ब
काटे ना कटती हैं अब रतियाँ
तोरी प्रीत में सुध-बुध सब बिसरी
कब तक रहेगी ये बेखबरी
गाहे बेफ़िगन दुज़दीदाह नज़र

कभी सुन भी तो लो हमारी बतियाँ
आपके दर से कोई ना खाली गया
अपने दामन को भर के सवाली गया

हो हबीब-ए-हज़ीन(2)

पर भी आक़ा नज़र
वरना औराक़ ए-हस्ती बिखर जाएँगे

ताजदार-ए-हरम (2)

मैकशों आओ आओ.. मदीने चलें

आओ मदीने चलें (2)

इसी महीने चलें
आओ मदीने चलें

तजल्लियों की अजब है फ़िज़ा मदीने में
निगाहें शौक़ की हैं इंतेहां मदीने में
ग़म-ए-हयात ना खौफ-ए-क़ज़ा मदीने में
नमाज़-ए-इश्क़ करेंगे अदा मदीने में
बराह-ए-रास है राह-ए-खुदा मदीने में

आओ मदीने चलें (2)

इसी महीने चलें
आओ मदीने चलें

मैकशों आओ आओ मदीने चलें
दस्त-ए-साक़ी ये कौसर से पीने चलें
याद रखो अगर
उठ गई इक नज़र
जितने खाली हैं सब जाम भर जाएँगे
वो नज़र

ताजदार-ए-हरम (2)

खौफ़-ए-तूफ़ान है
बिजलियों का है डर
सख़्त मुश्किल है आक़ा किधर जाएँ हम
आप ही गर न लेंगे हमारी खबर
हम मुसीबत के मारे किधर जाएँगे

ताजदार-ए-हरम (2)

या मुस्तफ़ा
या मुजतबा
इरहम लना
इरहम लना
दस्त-ए हमह बेचारा-रा
दमाँ तो-ई दमाँ तो-ई
मन आसियां मन आजिज़म
मन बे-कसम हाल-ए-मेरा

पुरसं तो-ई (2)

ऐ मुश्क-बेद ज़ुम्बर फ़िशां
पैक-ए-नसीम ए सुबह दम
ऐ चारहगर ईसा नफ़स
ऐ मूनस ए बीमार-ए-ग़म
ऐ क़ासिद ए फुरकंदपह
तुझको उसी गुल की कसम
इन नलती या री अस-सबा
यौमन इला अर्द इल-हरम
बल्लिघ सलामी रौदतन
फी अन-नबी अल मोहतरम

ताजदार-ए-हरम (2)


Sunday, 17 November 2019

ब्रेथलेस - Breathless Full Lyrics By Shankar Mahadevan

पाठको, इस बार आपके लिये प्रस्तुत है, 'ब्रेथलेस' अथवा 'कोई जो मिला तो मुझे ऐसा लगता था' गीत के संपूर्ण बोल हिंदी मैं. यह गीत गैरफिल्मी गीतो के श्रेणी मैं आता है और यह शंकर महादेवन की साल १९९८  मैं आयी अल्बम 'ब्रेथलेस' से है. यह गीत के बोल लिखे है जावेद अख्तर साहब ने और इसे संगीत दिया है शंकर-एहसान-लॉय ने. 'कोई जो मिला तो मुझे ऐसा लगता था' गीत एक सांस मैं गाया है शंकर महादेवन ने. पहले यह गीत अपने प्रथम अंश मैं आया जो की आधा गीत था. फिर, इसका द्वितीय अंश आया. हमने यहाँ दोनो अंश जोड़ के संपूर्ण 'ब्रेथलेस' गीत के बोल प्रस्तुत किये है.

इस जानकारी के साथ पेश है, 'ब्रेथलेस' अथवा 'कोई जो मिला तो मुझे ऐसा लगता था' गीत के संपूर्ण बोल हिंदी मैं.



फिल्म / एल्बम : ब्रेथलेस (1998)
संगीत दिया है: शंकर-एहसान-लॉय
गीत के बोल: जावेद अख्तर
गायक: शंकर महादेवन

कोई जो मिला तो मुझे ऐसा लगता था जैसे
मेरी सारी दुनिया मैं गीतों की रुत
या मैं गीतों की रुत और रंगों की बरखा है
खुशबू की आँधी है

महकी हुई सी अब सारी फिज़ायें हैं
बहकी हुई सी अब सारी हवाएँ हैं
खोयी हुई सी अब सारी दिशाएँ हैं
बदली हुई सी अब सारी अदाएँ हैं

जागी उमंगें हैं धड़क रहा है दिल
साँसों में तूफाँ हैं होठों पे नगमे हैं
आँखों में सपने हैं
सपनों में बीते हुए सारे वो सारे लम्हें हैं

जब कोई आया था
नज़रों पे छाया था
दिल में समाया था
कैसे मैं बताऊँ तुम्हें
कैसा उसे पाया था

प्यारे से चेहरे पे बिखरी जो जुल्फें तो ऐसा लगता था
जैसे कोहरे के पीछे इक ओस मैं धुला हुआ फूल खिला है
जैसे बादल में एक चाँद छुपा है और झाँक रहा है
जैसे रात के परदे में एक सवेरा है रोशन रोशन..

आँखों में सपनों का सागर जिसमें प्रेम सितारों की चादर जैसे
झलक रही है लहरों लहरों..
बात करे तो जैसे मोती बरसे
जैसे कहीं चांदी की पायल गूंजे
जैसे कहीं शीशे के जाम गिरे और छन से टूटे
जैसे कोई छिप के सितार बजाये
जैसे कोई चांदनी रात में गाए
जैसे कोई हौले से पास बुलाये

कैसी मीठी बातें थी वो
कैसी मुलाकातें थी वो
जब मैंने जाना था
नज़रों से कैसे पिघलते हैं दिल और आरज़ू पाती है कैसे मंज़िल
और कैसे उतरता है चाँद जमीन पर
कैसे कभी लगता है स्वर्ग अगर है
तो बस है यहीं पर..

उसने बताया मुझे और समझाया मुझे
हम जो मिले हैं हमें ऐसे ही मिलना था
गुल जो खिले हैं उन्हें ऐसे ही खिलना था
जन्मों के बंधन जन्मों के रिश्ते हैं
जब भी हम जन्मे तो हम यूँ ही मिलते हैं
कानों में मेरे जैसे शहद से घुलने लगे
ख़्वाबों के दर जैसे आँखों में खुलने लगे

ख़्वाबों की दुनिया भी कितनी हसीं और कैसी रंगीन थी
ख़्वाबों की दुनिया जो कहने को थी पर कहीं भी नहीं थी
ख्वाब जो टूटे मेरे
आँख जो खुली मेरी
होश जो आया मुझे
मैंने देखा
मैंने जाना

वो जो कभी आया था
नज़रों पे छाया था
दिल में समाया था
जा भी चुका है और दिल मेरा अब तन्हाँ तन्हाँ..

न तो कोई अरमां है न कोई तमन्ना है
और न कोई सपना है
अब जो मेरे दिन और अब जो मेरी राते हैं
उनमें सिर्फ आँसू हैं
उनमें सिफ दर्द की रंज की बातें हैं
और फरियादें हैं
मेरा अब कोई नहीं

मैं हूँ और खोये हुए प्यार की यादें हैं (3)

डूब गया है दिल ग़म के अँधेरे में
मेरी सारी दुनिया है दर्द के घेरे में
मेरे सारे गीत ढले आहों में
बन के दीवाना अब यहाँ वहाँ फिरता हूँ
ठोकर खाता हूँ उन राहों में

जहाँ उसे देखा था
जहाँ उसे चाहा था
जहाँ मैं हँसा था और बाद में रोया था
जहाँ उसे पाया था
पा के खोया था

जहाँ कभी फूलों के
कलियों के साए थे
रंगीं-रंगीं महकी रुत ने
हर इक कदम पर रास रचाए थे
गुलशन गुलशन दिन में उजाले थे
जगमग जगमग नूर था रातों में
झिलमिल झिलमिल...

जब मैंने ख़्वाबों की देखी थी मंज़िल
जहाँ मेरी कश्ती ने पाया था साहिल
जहाँ मैंने पाई थी पलकों की छाँव

जहाँ मेरी बाहों में कल थी किसी की मरमरी बाहें
जहाँ एक चेहरे से हटती नहीं थी मेरी निगाहें
जहाँ कल नरमी ही नरमी थी
प्यार ही प्यार था बातों में
हाथ थे हाथों में

जहाँ कल गाये थे प्रेम तराने
जहाँ कल देखे थे सपने सुहाने
किसी को सुनाए थे दिल के फ़साने
जहाँ कल खाई थी जीने की मरने की कसमें
तोड़ी थी दुनिया की सारी रस्में

जहाँ कल बरसा था प्रीत का बादल
जहाँ मैंने थामा था कोई आँचल
जहाँ पहली बार हुआ था मैं पागल

अब उन राहों में कोई नहीं है
अब हैं वो राहें वीराँ वीराँ
दिल भी है जैसे हैराँ हैराँ

जाने कहाँ गया मेरे सपनों का मेला
ऐसे ही ख्यालों में खोया खोया
घूम रहा था मैं कबसे अकेला

चंदा सितारे जैसा कोई गगन में
गूंजी सदा कोई मन आँगन में

किसी ने पुकारा मुझे
मुड़ के जो देखा मैंने
मिल गया खोया हुआ दिल का सहारा मुझे
जिसे मैंने चाहा था जिसे मैंने पूजा था
लौट के आया है थोड़ा शर्मिंदा है थोड़ा घबराया है
ज़ुल्फें परेशाँ हैं काँपते होठ और भीगी हुई आँखें हैं

देख रहा है मुझे गुमसुम गुमसुम
उसकी नज़र जैसे पूछ रही हो
इतना बता दो कहीं खफ़ा तो नहीं तुम
प्यार जो देखा फिर मेरी निगाहों में
आया नहीं कल था वो मेरी इन बाहों में
भूल गया मेरा दिल जैसे हर ग़म
बदल गया जैसे दुनिया का मौसम

झूमे नज़ारे और झूमी फ़िज़ाएँ
और झूमे चमन और झूमी हवाएँ
जैसे फिर कहने लगी सारी दिशाएँ
कितनी हसीं है कितनी सुहानी
हम दोनों की प्रेम कहानी... हम दोनों की प्रेम कहानी...


मैं ज़िन्दगी का साथ - Main Zindagi Ka Saath Lyrics from Hum Dono

प्यारे दर्शको, प्रस्तुत है आपके सामने, 'मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९६१ मैं आयी फिल्म 'हम दोनों' से है. इस गीत के शब्द लिखे है साहिर लुधियानवी साहब ने और इसे गाया है महान गायक मो.रफ़ी ने. 'मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया' गीत को संगीतबद्ध  किया है संगीतकार जयदेव ने. यह गीत देव आनंद साहब पर चित्रित हुआ था और उनका मस्त-मौला अंदाज इस गीत मैं साफ दिखाई देता है.

इस जानकारी के साथ पेश है, 'मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया' गीत के बोल हिंदी मैं. आनंद ले!


फिल्म / एल्बम : हम दोनों (1961)
संगीत दिया है: जयदेव
गीत के बोल: साहिर लुधियानवी
गायक: मो.रफ़ी

मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया

हर फ़िक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया... (2)

बरबादियों का सोग मनाना फ़जूल था (2)

मनाना फ़जूल था...
मनाना फ़जूल था...

बरबादियों का जश्न मनाता चला गया (2)

हर फ़िक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया...

जो मिल गया उसी को मुकद्दर समझ लिया (2)

मुकद्दर समझ लिया...
मुकद्दर समझ लिया...

जो खो गया मैं उसको भुलाता चला गया (2)

हर फ़िक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया...

ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ न महसूस हो जहाँ (2)

न महसूस हो जहाँ...
न महसूस हो जहाँ...

मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया (2)

मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया
हर फ़िक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया...


Saturday, 16 November 2019

ये मौसम का जादू है - Yeh Mausam Ka Jadu Hai Mitwa Lyrics from HAHK

प्यारे दोस्तो, आपके लिये पेश है, 'ये मौसम का जादू है मितवा' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९९४ मैं सुपरहिट हुई फिल्म 'हम आपके हैं कौन' से है. 'ये मौसम का जादू है मितवा' गीत को लिखा है रविंदर रावल ने और इसे गाया है लता मंगेशकर, एस.पी.बालासुब्रमन्यम ने. इस गीत को संगीत दिया है राम-लक्ष्मणजी ने. 'हम आपके हैं कौन' फिल्म मै सलमान खान, माधुरी दीक्षित प्रमुख भूमिका मैं दिखे और इस फिल्म के सभी गाने सुपरहिट रहें.

इस विस्तृत जानकारी के साथ प्रस्तुत  है, 'ये मौसम का जादू है मितवा' गीत के बोल हिंदी मैं.


फिल्म / एल्बम : हम आपके हैं कौन (1994)
संगीत दिया है: राम लक्ष्मण
गीत के बोल: रविंदर रावल
गायक: लता मंगेशकर, एस.पी.बालासुब्रमन्यम

ठंडी ठंडी पुरवैया में ..
उडती है चुनरिया.. हे..
धडके मोरा जियरा मा
बाली है उमरिया...

दिल पे...
नहीं काबू...
कैसा
ये जादू...

ये मौसम का जादू है मितवा...
ना अब दिल पे काबू है मितवा...

नैना जिसमे खो गए..
दीवाने से हो गए...

नज़ारा...  वो हरसू
है मितवा...

हो.. ये मौसम का जादू है मितवा...

सेहरी बाबु के संग प्रेम गोरी गोरी... हे.
ऐसे लगे जैसे
चंदा की चकोरी..

फूलों कलियों की बहारें..
चंचल ये हवाओं की पुकारें...

हा..

फूलों कलियों की बहारें..
चंचल ये हवाओं की पुकारें...

हमको ये इशारों में कहें
हम.
थमके यहाँ घड़ियाँ गुजारें


पेहले कभी तो ना
हमसे..
बतियाते थे ऐसे फुलवा...

ये मौसम का जादू है मितवा...
मितवा..
ना अब दिल पे काबू है मितवा

नैना जिसमे खो गए..
दीवाने से हो गए...

नज़ारा...  वो हरसू
है मितवा...

हो.. ये मौसम का जादू है मितवा...

सच्ची सच्ची बोलना
भेद ना छुपाना...
हे
कौन डगर से आये
कौन दिशा है जाना...

इनको हम ले के चले हैं
अपने संग अपनी नगरिया.. (2)

हे.
रे संग अनजाने का
उस पर अनजान डगरिया...

फिर कैसे तुम दूर इतने
संग आ गयी मेरे गोरिया...

ये मौसम का जादू है मितवा...
मितवा..
ना अब दिल पे काबू है मितवा

नैना जिसमे खो गए..
दीवाने से हो गए...

नज़ारा...  वो हरसू
है मितवा...

हो... ये मौसम का जादू है मितवा
मितवा..


सुख के सब साथी - Sukh Ke Sab Saathi Lyrics from Gopi

प्यारे पाठको, प्रस्तुत है भजन श्रेणी मैं और एक 'सुख के सब साथी दुःख में ना कोई' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९७० मैं आयी फिल्म 'गोपी' से है. इस फिल्म मैं अभिनेता दिलीप कुमार प्रमुख भूमिका मैं दिखे. 'सुख के सब साथी दुःख में ना कोई' गीत के बोल लिखे है राजिंदर कृषणजी ने और इसे गाया है मो.रफ़ी साहब ने अपने जादुई आवाज मै. इस गीत को संगीतबद्ध किया है उस दौर की मशहूर संगीतकार जोडी कल्याणजी-आनंदजी ने.

इस जानकारी के साथ पेश है, 'सुख के सब साथी दुःख में ना कोई' गीत के बोल हिंदी मैं. धन्यवाद!



फिल्म / एल्बम : गोपी (1970)
संगीत दिया है: कल्याणजी-आनंदजी
गीत के बोल: राजिंदर कृषण
गायक: मो.रफ़ी

सुख के सब साथी
दुःख में ना कोई (2)

मेरे राम
मेरे राम
तेरा नाम एक सांचा
दूजा न कोई...

सुख के सब साथी
दुःख में ना कोई

जीवन आनी-जानी छाया (2)

झूठी माया झूठी काया

फिर काहे को सारी उमरिया (2)

पाप की गठरी ढोई..

सुख के सब साथी
दुःख में ना कोई

मेरे राम
मेरे राम
तेरा नाम एक सांचा
दूजा न कोई...

ना कुछ तेरा
ना कुछ मेरा (2)

ये जग जोगी वाला फेरा..

राजा हो या रंक सभी का (2)

अंत एक सा होई...

सुख के सब साथी
दुःख में ना कोई

मेरे राम
मेरे राम
तेरा नाम एक सांचा
दूजा न कोई...

सुख के सब साथी
दुःख में ना कोई....



Friday, 15 November 2019

दुर्गा है मेरी माँ - Durga Hai Meri Maa Lyrics from Kranti

पाठको, भजन गीतो की सूची मैं पेश है 'दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९८१ मैं आयी फिल्म 'क्रांती' से है. इस गीत को संगीत दिया है मशहूर संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलालजी ने और इसे लिखा है संतोष आनंदजी ने. 'दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ' भजन गाया है महेंद्र कपूर और मिनू पुरुषोत्तम ने और इनकी आवाज ने यह भजन जीवित कर दिया है.

माँ दुर्गा और अम्बा को प्रणाम करते हुए प्रस्तुत है, 'दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ' गीत के बोल हिंदी मैं. जय माता दी!



फिल्म / एल्बम : क्रांति (1981)
संगीत दिया है: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
गीत के बोल: सन्तोष आनंद
गायक: महेंद्र कपूर, मिनू  पुरुषोत्तम

जयकरा...
शेरोंवाली का

बोल साचे दरबार की.. जय!!

दुर्गा है मेरी माँ
अम्बे है मेरी माँ (4)

ओ बोलो जय माता दी
जय हो.. (2)

जो भी दर पे आए
जय हो..
वो खाली न जाए
जय हो..

सबके काम है करती
जय हो..
सबके दुख ये हरती
जय हो..

ओ मैया शेरोवाली
जय हो..
ओ भरदे झोली खाली
जय हो.. (2)

दुर्गा है मेरी माँ
अम्बे है मेरी माँ (2)

पूरे करे अरमान जो सारे (4)

देती है वरदान जो सारे (2)

अम्बे.. देती है वरदान जो सारे...

ज्योतावालिये... देती है वरदान जो सारे...

देती है वरदान जो सारे...

दुर्गा है मेरी माँ
अम्बे है मेरी माँ (2)

लाटांवलिये
मेहरांवालिये..

सारे जग को खेल खिलाये (4)

बिछड़ों को जो खूब मिलाये (4)

दुर्गे मेरिए जानिये...
बिछड़ों को जो खूब मिलाये..

दुर्गा है मेरी माँ
अम्बे है मेरी माँ (2)

शेरोंवालिये.. दुर्गा है मेरी माँ... अम्बे है मेरी मा...
ज्योतांवालिये... दुर्गा है मेरी माँ... अम्बे है मेरी मा...
ऊँचे मंदिरां वालिये... दुर्गा है मेरी माँ... अम्बे है मेरी मा...
शेरोंवालिये..



रामचंद्र कह गए - Ramchandra Keh Gaye Siya Se Lyrics from Gopi

प्यारे पाठको, भजन गीत श्रेणी मैं प्रस्तुत है 'रामचंद्र कह गए सिया से' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९७० मैं आयी फिल्म 'गोपी' से है. इस गीत के बोल/शब्द लिखे है राजेंद्र कृष्णजी ने और इसे अपने आवाज से सजाया है गायक महेंद्र कपूर ने. 'रामचंद्र कह गए सिया से' गीत को संगीत दिया है कल्याणजी-आनंदजी ने. इस फिल्म 'गोपी' मैं अभिनेता दिलीप कुमार साहब प्रमुख भूमिका मैं दिखे.

इस जानकारी के साथ पेश है, भजन 'रामचंद्र कह गए सिया से' गीत के बोल हिंदी मैं. जय सिया राम!




फिल्म / एल्बम : गोपी (1970)
संगीत दिया है: कल्याणजी-आनंदजी
गीत के बोल: राजेंद्र कृष्ण
गायक: महेंद्र कपूर

हे जी रे.. (4)

हे..
रामचंद्र कह गए सिया से (2)

ऐसा कलयुग आएगा

हंस चुगेगा दाना तुन का (2)

कौआ मोती खाएगा

हंस चुगेगा दाना तुन का
कौआ मोती खाएगा

हे जी रे..

रामचंद्र कह गए सिया से (2)

ऐसा कलयुग आएगा

हंस चुगेगा दाना तुन का (2)

कौआ मोती खाएगा

हंस चुगेगा दाना तुन का
कौआ मोती खाएगा

रामचंद्र कह गए सिया से..

सिया पूछे भगवान
कलयुग में धर्म - कर्म को
कोई नहीं मानेगा
तो प्रभु बोले

धर्म भी होगा कर्म भी होगा (2)

लेकिन शर्म नहीं होगी

बात बात में मात-पिता को (2)

बेटा आँख दिखाएगा...

हंस चुगेगा दाना तुन का
कौआ मोती खाएगा...
हे रामचंद्र कह गए सिया से..

राजा और प्रजा दोनों में
होगी निसिदिन खेचातानी खेचातानी...

कदम कदम पर करेंगे दोनों
अपनी अपनी मनमानी मनमानी...

जिसके हाथ में होगी लाठी (2)

भैंस वही ले जाएगा...
हंस चुगेगा दाना तुन का
कौआ मोती खाएगा... (2)

हे रामचंद्र कह गए सिया से..

सुनो सिया कलयुग में
काला धन और
काले मन होंगे
मन होंगे..

चोर उच्चक्के नगर सेठ
और प्रभु भक्त निर्धन होंगे..
निर्धन होंगे...

जो भी होगा लोभी भोगी (2)

वो जोगी कहलाएगा..

हंस चुगेगा दाना तुन का (2)

कौआ मोती खाएगा..

हंस चुगेगा दाना तुन का
कौआ मोती खाएगा...

हे रामचंद्र कह गए सिया से..

मंदिर सूना सूना होगा
भरी रहेगी मधुशाला
मधुशाला...

पिता के संग
संग भरी सभा में
नाचेगी घर की बाला...
घर की बाला...

हे.. कैसा कन्यादान
पिता ही
कैसा कन्यादान
पिता ही...
कन्या का धन खा जाएगा

हंस चुगेगा दाना तुन का (2)

कौआ मोती खाएगा...

हंस चुगेगा दाना तुन का

कौआ मोती खाएगा...

हे मूरख की प्रीत बुरी
जुए की जीत बुरी

बुरे संग बैठ ते भागे ही भागे
हे काजल की कोठरी में कैसे ही जतन करो

काजल का दाग भाई लागे ही लागे रे भाई
काजल का दाग भाई लागे ही लागे

हे जी रे...

कितना जती को कोई
कितना सती हो कोई
कामनी के संग काम
जागे ही जागे..

ऐ सुनो कहे गोपीराम
जिसका है नाम काम
उसका तो फंद गले लागे ही लागे रे भाई

उसका तो फंद गले लागे ही लागे..



Thursday, 14 November 2019

फिलहाल - Main Kisi Aur Ka Hu Filhall Lyrics Akshay Kumar

दोस्तो, गैरफिल्मी गीतो के श्रेणी मै पेश है साल २०१९ का सुपरहीट गीत 'मैं किसी और का हूँ फिलहाल' के बोल हिंदी मैं. यह गीत सभी सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है. 'फिलहाल' एक हिंदी-पंजाबी गीत है और इसे लिखा है नये पिढी के गीतकार जानी ने. इस गीत को गाया और संगीतबद्ध किया है प्रतिभावान गायक/संगीतकार बी प्राक ने. अभिनेता अक्षय कुमार इस 'फिलहाल' गीत के साथ पहली बार गैरफिल्मी अल्बम मैं दिखाई दे रहे हैं और उनके साथ नई अभिनेत्री नूपुर सेनन भी है. इस गीत को यूट्यूब पर 10 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा है और यह आंकडे ही इस गीत की लोकप्रियता दर्शाते है. 'फिलहाल' गीत के संगीत सर्वाधिकार 'देसी मेलोडिस' कंपनी के पास है.

इस जानकारी के साथ प्रस्तुत है, 'मैं किसी और का हूँ फिलहाल' के बोल हिंदी मैं.


फिल्म / एल्बम :
संगीत दिया है: बी प्राक
गीत के बोल: जानी
गायक: बी प्राक

ओ कुछ ऐसा कर कमाल
के तेरा हो जाऊँ (2)

मैं किसी और का हु फ़िलहाल.. (2)

के तेरा हो जाऊँ..
मैं किसी और का हूँ फ़िलहाल
के तेरा हो जाऊँ

ऐ गल ते गलत ऐ
जो वी कर रेया जानी
और ऐ वी देख तेरे बिन
किंझ मर रेया जानी

ओ.. मरजांगे लै संभाल (2)

के तेरा हो जाऊँ
मैं किसी और का हूँ फ़िलहाल
के तेरा हो जाऊँ

मैनु पता के दुनिया नूँ
ऐ गवारा नयी हो सकदा

पर झूठ कैंदे ने सारे
के प्यार दुबारा नयी हो सकदा (2)

तू मैनु पुच्छ ना कोई सवाल
चल दूर किते मेरे नाल
के तेरा हो जाऊँ

मैं किसी और का हूँ फ़िलहाल
के तेरा हो जाऊँ (3)

हुण रोना मैं
पछतौना मैं
के चन्न नि होया चकोर दा
हुण तूँ वी ऐ किसे होर दी
मैं वी आ किसे होर दा (2)

मेरा दिल करदा ऐ सवाल
तेरी मोहब्बत दा की हाल
के तेरा हो जाऊँ
मैं किसी और का हूँ

मैं किसी और का हूँ फ़िलहाल

ओ....

फ़िलहाल तो यूँ हैं के कुछ कर नही सकते
तेरे बिन ही मरना होगा साथ मर नही सकते
फ़िलहाल तो यूँ हैं के कुछ कर नही सकते
क़िस्मत तो देखो के झड़ नही सकते
फ़िलहाल तो यूँ हैं के कुछ कर नही सकते

मैं किसी और का हु फ़िलहाल.. (2)



शिर्डी वाले - Shirdi Wale Sai Baba Lyrics from Amar Akbar Anthony

दोस्तो, कव्वालीं गीतो की श्रेणी मैं पेश है, 'शिर्डी वाले साईं बाबा आया है तेरे दर पे सवाली' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९७७ मैं आयी फिल्म 'अमर अकबर एन्थोनी' से है. इस गीत के बोल लिखे है आनंद बक्षी साहब ने और इसे गाया है मो.रफीजी ने. 'शिर्डी वाले साईं बाबा' गीत को संगीतबद्ध किया है मशहूर संगीतकार जोडी लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने. फिल्म 'अमर अकबर एन्थोनी' उस साल की सुपरहीट फिल्म रही. इस फिल्म मै अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना और ऋषी कपूर प्रमुख भूमिका मै दिखे.

इस विशेष जानकारी के साथ प्रस्तुत है, 'शिर्डी वाले साईं बाबा आया है तेरे दर पे सवाली' गीत के बोल हिंदी मैं. ओम साई राम!



फिल्म / एल्बम : अमर अकबर एन्थोनी (1977)
संगीत दिया है: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीत के बोल: आनंद बक्षी
गायक: मो.रफी

ज़माने में कहाँ...
टूटी हुई तस्वीर बनती है
तेरे दरबार में
बिगड़ी हुई तकदीर बनती है

तारीफ़ तेरी निकली है दिल से
आई है लब पे
बन के कवाली...

शिर्डी वाले साईं बाबा...
आया है तेरे
दर पे सवाली
लब पे दुआए
आँखों में आंसू
दिल में उमीदें
पर झोली खाली...

ओ मेरे साईं देवा
तेरे सब नाम लेवा

जुदा इंसान सारे
सभी तुझ को प्यारे

सुने फ़रिआद सब की
तुझे है याद सब की

बड़ा है कोई छोटा
नहीं मायूस लौटा

अमीरों का सहारा..
गरीबो का गुजारा...

तेरी रहमत का किस्सा..
बयान बावरा करे क्या

दो दिन की दुनिया
दुनिया है गुलशन
सब फूल कांटे
तू सब का माली

खुदा की शान तुझ में
दिखे भगवान् तुझ में

तुझे सब मानते हैं
तेरा घर जानते हैं

चले आते हैं दौड़े
जो खुशकिस्मत हैं थोड़े

यह हर राही की मंजिल
यह हर कश्ती का साहिल

जिसे सब ने निकाला
उसे तुने संभाला

तू बिछड़ो को मिलाये
बुझे दीपक जलाए

यह गम की राते
राते यह काली
इनको बनादे बाबा
ईद और दीवाली


शिर्डी वाले साईं बाबा...
आया है तेरे
दर पे सवाली ...




तू धरती पे चाहे - Tu Dharti Pe Chahe Jahan Bhi Lyrics from Jeet

दोस्तो, पेश है नब्बे के दशक का एक और गीत जिसके बोल है, 'तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगी'. यह गीत १९९६ मैं आयी फिल्म 'जीत' से है. इस गीत के बोल लिखे है समीर ने और इसे गाया है कुमार सानू और अलका याग्निक ने. 'तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगी' गीत को संगीतबद्ध किया है उस जमाने की मशहूर संगीतकार जोडी नदीम-श्रवण ने. यह गाना करिष्मा कपूर और सनी देओल पर फिल्माया गया है.

इस संक्षिप्त जानकारी के साथ प्रस्तुत है, 'तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगी' गीत के बोल हिंदी मैं. आनंद ले!


फिल्म / एल्बम : जीत (1996)
संगीत दिया है: नदीम-श्रवण
गीत के बोल:  समीर
गायक: कुमार सानू, अल्का याग्निक

तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगी
तुझे तेरी खुशबू से पहचान लूँगा (2)

अगर बंद हो जायेंगी मेरी आँखें
तुझे तेरी धड़कन से पहचान लूँगा

हमको तुमसे प्यार हुआ है
जीना दुश्वार हुआ है
तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगा
तुझे तेरी खुशबू से पहचान लूँगी
अगर बंद हो जायेंगी मेरी आँखें
अगर बंद हो जायेंगी मेरी आँखें
तुझे तेरी धड़कन से पहचान लूँगी

हमको तुमसे प्यार हुआ है
जीना दुश्वार हुआ है

बड़ा सुकून है मैं
दिल से तुमपे मरती हूँ
मैं अब किसी से नहीं बस
खुदी से डरती हूँ (2)

किया जो प्यार तो फिर दूर से मचलना क्या
तड़प के शाम-ओ-सहर करवटें बदलना क्या

मेरे जानू
मेरे जानम
जानेमन जानेजाना..

जो गुज़रेगी तू मेरी रहगुज़र से (2)

तुझे तेरी आहट से पहचान लूँगा

हमको तुमसे प्यार हुआ है
जीना दुश्वार हुआ है

आ बैठ पास
तेरी रूह में उतर जाऊँ
नज़र के पास रखूँ
हद से मैं गुज़र जाऊँ (3)

नज़र का तीर हटा
यूँ जिगर के पार न कर
मैं बेक़रार बहुत और बेक़रार ना कर

मेरे जानू
मेरे जानम
जानेमन जानेजाना..

कभी छुप के लेगा जो आग़ोश में तो (2)

तुझे तेरी चाहत से पहचान लूँगी

हमको तुमसे प्यार हुआ है
जीना दुश्वार हुआ है

तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगा
तुझे तेरी खुशबू से पहचान लूँगी
अगर बंद हो जायेंगी मेरी आँखें
अगर बंद हो जायेंगी मेरी आँखें
तुझे तेरी धड़कन से पहचान लूँगी

है हमको तुमसे प्यार हुआ है
जीना दुश्वार हुआ है (2)



यशोमती मैया से - Yashomati Maiya Se Lyrics from Satyam Shivam Sundaram

प्यारे पाठको, भजन गीत के श्रेणी मैं पेश है, 'यशोमती मैया से बोले नंदलाला' गीत के बोल हिंदी मै. यह गीत साल १९७८ मैं आयी फिल्म 'सत्यम शिवम् सुन्दरम' से है. 'यशोमती मैया से' गीत के बोल लिखे है विट्ठलभाई पटेल ने और इसे गाया है मन्ना डे और लाता मंगेशकर ने. इस गीत को संगीत दिया है लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोडी ने. यह गीत बेबी पद्मिनी कोल्हापुरे पर चित्रित हुआ था.

इस जरुरी जानकारी के साथ प्रस्तुत है, 'यशोमती मैया से बोले नंदलाला' गीत के बोल हिंदी मै. राधे राधे!


फिल्म / एल्बम : सत्यम शिवम सुन्दरम (1978)
संगीत दिया है: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीत के बोल: विट्ठलभाई पटेल
गायक: मन्ना डे, लता मंगेशकर

यशोमती मैया से
बोले नंदलाला (2)

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला.. (2)

हो… यशोमती मैया से
बोले नंदलाला..

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला.. (2)

बोली मुस्काती मैया
ललन को बताया (2)

कारी अंधियरी..
आधी रात में तू आया..
लाडला कन्हैया मेरा हो…
लाडला कन्हैया मेरा
काली कमली वाला...
इसीलिए काला...

यशोमती मैया से
बोले नंदलाला..

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला.. (2)

बोली मुस्काती मैया
सुन मेरे प्यारे (2)

गोरी गोरी राधिका के नैन कजरारे
काले नैनों वाली ने
ऐसा जादू डाला
इसीलिए काला...

यशोमती मैया से
बोले नंदलाला..

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला.. (2)

इतने में राधा प्यारी..
आई इठलाती

मैंने न जादू डाला
बोली बलखाती

मैय्या कन्हैया तेरा हो...
जग से निराला
इसीलिए काला...

यशोमती मैया से
बोले नंदलाला..

राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला.. (2)





Wednesday, 13 November 2019

सत्यम शिवम् सुन्दरम - Satyam Shivam Sundaram Lyrics

प्यारे दर्शको, इस बार पेश है आपके सामने 'सत्यम शिवम् सुन्दरम' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९७८ मैं आयी फिल्म 'सत्यम शिवम् सुन्दरम' से है. इस शीर्षक गीत के शब्द लिखे है प.नरेंद्र शर्माजी ने और इसे अपने मधुर आवाज मै गाया है लता मंगेशकर दीदी ने. 'सत्यम शिवम् सुन्दरम' गीत को संगीतबद्ध किया है मशहूर जोडी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने. यह गीत अभिनेत्री झिनत अमान पर फिल्माया गया है.

इस विस्तृत जानकारी के साथ पेश है, 'सत्यम शिवम् सुन्दरम' गीत के बोल हिंदी मैं. धन्यवाद!



फिल्म / एल्बम : सत्यम शिवम् सुन्दरम (1978)
संगीत दिया है: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
गीत के बोल: प.नरेंद्र शर्मा
गायक: लता मंगेशकर

ईश्वर सत्य हैं
सत्य ही शिव हैं
शिव ही सुंदर हैं..
जागो उठकर देखो
जीवन ज्योत उजागर हैं..

सत्यम शिवम सुंदरम (2)

सत्यम शिवम सुंदरम...
सुंदरम...
सत्यम शिवम सुंदरम...
सत्यम शिवम
सुंदरम, ईश्वर सत्य हैं....
सुंदरम, सत्य ही शिव हैं...
सुंदरम, शिव ही सुन्दर हैं...

सत्यम शिवम सुंदरम.. (2)
सत्यम शिवम सुंदरम..

राम अवध में (2)

काशी में शिव
कान्हा वृन्दावन में
दया करो प्रभू
देखू इन को
दया करो प्रभू
देखू इन को हर घर के आंगन में

राधा मोहन शरणम.....
सत्यम शिवम सुंदरम (2)

सत्यम शिवम सुंदरम...

एक सूर्य हैं (2)
एक गगन हैं
एक ही धरती माता

दया करो प्रभू
एक बने सब (2)

सब का एक से नाता
राधा मोहन शरणम...

सत्यम शिवम सुंदरम (2)
सत्यम शिवम सुंदरम...

ईश्वर सत्य हैं
सत्य ही शिव हैं
शिव ही सुंदर हैं..

सत्यम शिवम सुंदरम (2)

सत्यम शिवम सुंदरम.... (4)





मेरा दिल भी कितना पागल है - Mera Dil Bhi Kitna Pagal Hai Lyrics from Saajan

दर्शको, इस बार आपके लिये प्रस्तुत है, 'मेरा दिल भी कितना पागल है' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९९२ मैं आयी फिल्म 'साजन' से है. इस गीत के बोल लिखे है समीरजी ने और इसे गाया है कुमार सानु और अलका याग्निक ने. 'मेरा दिल भी कितना पागल है' गीत को संगीत दिया है मशहूर संगीतकार जोडी नदीम-श्रवणने. 'साजन' फिल्म  मैं संजय दत्त, सलमान खान और माधुरी दीक्षित प्रमुख भूमिका मैं दिखे.

इस जानकारी के साथ पेश है, 'मेरा दिल भी कितना पागल है' गीत के बोल हिंदी मैं. आनंद ले!



फिल्म / एल्बम : साजन (1992)
संगीत दिया है: नदीम श्रवण
गीत के बोल: समीर
गायक: कुमार सानु, अलका याग्निक

मेरा दिल भी
कितना पागल है
ये प्यार तो तुमसे करता है (2)

पर सामने जब तुम आते हो (2)
कुछ भी कहने से डरता है

ओss मेरे साजन (2)
साजन साजन मेरे साजन

मेरा दिल भी
कितना पागल है
ये प्यार तो तुमसे करता है (2)

कितना इसको समझाता हूँ
कितना इसको बहलाता हूँ (2)

नादान है कुछ ना समझता है
दिन रात ये आहें भरता है

मेरा दिल भी
कितना पागल है
ये प्यार तो तुमसे करता है (2)

पर सामने जब तुम आते हो
कुछ भी कहने से डरता है

ओss मेरे साजन (2)
साजन साजन मेरे साजन

मेरा दिल भी
कितना पागल है
ये प्यार तो तुमसे करता है (2)

हर पल मुझको तड़पाता है
मुझे सारी रात जगाता है (2)

इस बात की तुमको ख़बर नहीं
ये सिर्फ तुम्ही पे मरता है

मेरा दिल भी
कितना पागल है
ये प्यार तो तुमसे करता है (2)

पर सामने जब तुम आते हो (2)
कुछ भी कहने से डरता है

ओss मेरे साजन (2)
साजन साजन मेरे साजन
साजन, साजन
साजन, साजन
साजन, साजन
साजन, साजन



ओम जय जगदीश हरे - Om Jai Jagdish Hare Lyrics from Baghban

पाठको, भजन गीत के श्रेणी मैं पेश है 'ओम जय जगदीश हरे' भजन के बोल हिंदी मैं. यह भजन मूलतः लिखा है पंडित श्रद्धा राम फिलौरी ने और बहुत से हिंदी फिल्मो मैं प्रस्तुत हुआ है. इस बार हम पेश कर रहे हैं फिल्म 'बागबान' से 'ओम जय जगदीश हरे' भजन के बोल. इस गीत को गाया है अल्का याग्निक, उदित नारायण और स्नेहा पंत ने और संगीत दिया है आदेश श्रीवास्तव ने. यह भजन सलमान खान और महिमा चौधरी पर चित्रित हुआ है.

इस विस्तृत जानकारी के साथ प्रस्तुत हैं, 'ओम जय जगदीश हरे' भजन के बोल हिंदी मैं. हरी ओम!


फिल्म / एल्बम : बागबान (2003)
संगीत दिया है: आदेश श्रीवास्तव
गीत के बोल: पंडित श्रद्धा राम फिलौरी
गायक: अल्का याग्निक, उदित नारायण,स्नेहा पंत

ॐ जय जगदीश हरे...
स्वामी जय जगदीश हरे...
भक्त जनों के संकट
दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे...

ॐ जय जगदीश हरे... (2)

स्वामी जय जगदीश हरे...
भक्त ज़नो के संकट
दास ज़नो के संकट
क्षण में दूर करे...
ॐ जय जगदीश हरे..

जो ध्यावे फल पावे
दुःख बिन से मन का
स्वामी... दुख बिन से मन का...

सुख सम्पति घर आवे (2)

कष्ट मिटे तन का..
ॐ जय जगदीश हरे...

मात पिता तुम मेरे
शरण करो गहूं किसकी...
स्वामी शरण गहूं किसकी...

तुम बिन और ना दूजा... (2)

आस करूँ जिसकी
ॐ जय जगदीश हरे...

तुम पूरण परमात्मा
तुम अंतरियामी
स्वामी तुम अंतरियामी...

पर ब्रह्म परमेश्वर (2)

तुम सबके स्वामी
ॐ जय जगदीश हरे...

तुम करुणा के सागर
तुम पालन करता
स्वामी पालन करता...

मैं मूरख खलकामी...
मैं सेवक तुम स्वामी...
कृपा करो भर्ता
ॐ जय जगदीश हरे

तुम हो एक अगोचर
सबके प्राण पति
स्वामी सबके प्राण पति...

किस विध मिलु दयामय (2)

तुम को मैं कुमति
ॐ जय जगदीश हरे...

दीन-बन्धु दुःख-हर्ता
ठाकुर तुम मेरे
स्वामी रक्षक तुम मेरे...
अपने हाथ उठाओ...
अपनी शरण लगाओ...
द्वार पड़ा तेरे
ॐ जय जगदीश हरे...

विषय-विकार मिटाओ
पाप हरो देवा...
स्वामी पाप हरो देवा...

श्रद्धा भक्ति बढ़ाओओओओ (2)

सन्तन की सेवा

ॐ जय जगदीश हरे (2)

स्वामी जय जगदीश हरे...
भक्त जनों के संकट
दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे...

ॐ जय जगदीश हरे... (2)

स्वामी जय जगदीश हरे...
भक्त जनों के संकट
दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे...
ॐ जय जगदीश हरे...



Tuesday, 12 November 2019

मेहँदी है रचनेवाली - Mehndi Hai Rachne Wali Lyrics from Zubeidaa

दोस्तो, शादी/मेहँदी गीत श्रेणी मैं पेश है, 'मेहँदी है रचनेवाली हाथों में गहरी लाली' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत २००१ मैं आयी फिल्म 'ज़ुबैदा' से है. इस गीत के बोल लिखे है जावेद अख्तर साहब ने और गाया है अलका याग्निक ने अपने मधुर आवाज मैं. 'मेहँदी है रचनेवाली' गीत को संगीत दिया है ए.आर.रहमान ने. 'ज़ुबैदा' फिल्म मैं करिष्मा कपूर प्रमुख भूमिका मे दिखी.

इस जरुरी जानकारी के साथ पेश है, 'मेहँदी है रचनेवाली' गीत के बोल हिंदी मैं. आनंद ले!



फिल्म / एल्बम : ज़ुबैदा (2001)
संगीत दिया है: ए.आर.रहमान
गीत के बोल: जावेद अख्तर
गायक: अलका याग्निक

मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ..
अब कलियाँ..
हाथों में खिलने वाली हैं

तेरे मन को
जीवन को
नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं

मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ..
अब कलियाँ..
हाथों में खिलने वाली हैं

तेरे मन को
जीवन को
नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं

हो हरियाली बन्नो...
ले जाने तुझको गुईयाँ..
आने वाले हैं सैयाँ..
थामेंगे आ के बईयाँ..
गूँजेगी शहनाई..
अंगनाई-अंगनाई..

मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ..
अब कलियाँ..
हाथों में खिलने वाली हैं

तेरे मन को
जीवन को
नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं

गायें मईया और मौसी..
गायें बहना और भाभी..
कि मेहंदी खिल जाये
रंग लाये..
हरियाली बन्नी...

गायें फूफी और चाची...
गायें नानी और दादी ...
कि मेहंदी मन भाये
सज जाये
हरियाली बन्नी...

मेहंदी रूप सँवारे हो
मेहंदी रंग निखारे हो
हरियाली बन्नी...
के आँचल में उतरेंगे तारे

मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ..
अब कलियाँ..
हाथों में खिलने वाली हैं

तेरे मन को
जीवन को
नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं

गाजे, बाजे, बाराती...
घोड़ा, गाड़ी और हाथी ...
को लायेंगे साजन तेरे आँगन
हरियाली बन्नी..

तेरी मेहंदी वो देखेंगे..
तो अपना दिल रख देंगे वो..
पैरों में तेरी चुपके से
हरियाली बन्नी...

मेहंदी रूप सँवारे हो
मेहंदी रंग निखारे हो
हरियाली बन्नी...
के आँचल में उतरेंगे तारे

मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ..
अब कलियाँ..
हाथों में खिलने वाली हैं

तेरे मन को
जीवन को
नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं



हम लाये हैं तूफ़ान से - Hum Laye Hain Toofan Se Lyrics from Jagriti

भाईयों, देशभक्ती गीत श्रेणी मैं प्रस्तुत है, 'हम लाए हैं तूफ़ान से कश्ती निकाल के' गीत के बोल हिंदी में. यह गीत १९५४ में आयी फिल्म 'जागृति' से है, गीत के शब्द लिखे हैं प्रदीप ने. 'हम लाए हैं तूफ़ान से' गीत को गाया है मो.रफ़ी साहब ने और इस गीत को संगीत दिया है हेमंत कुमारजी ने. यह गीत प्रदर्शित हो कर ५० साल से भी ज्यादा वक्त हो गया है मगर अभी भी यह गीत प्रेरणा देता हैं.

इस संक्षिप्त जानकारी के साथ पेश है, 'हम लाए हैं तूफ़ान से कश्ती निकाल के' गीत के बोल हिंदी में. जय हिंद!




फिल्म / एल्बम : जागृति (1954)
संगीत दिया है: हेमंत कुमार
गीत के बोल: प्रदीप
गायक: मुहम्मद रफ़ी

पासे सभी उलट गए दुशमन कि चाल के
अक्षर सभी पलट गए भारत के भाल के

मंजिल पे आया मुल्क हर बला को टाल के
सदियों के बाद फिर उड़े बादल गुलाल के

हम लाए हैं तूफान से
कश्ती निकाल के
इस देश को रखना
मेरे बच्चो संभाल के (2)

तुम ही भविष्य हो मेरे
भारत विशाल के
इस देश को रखना
मेरे बच्चो संभाल के

देखो कहीं बरबाद न होए ये बगीचा
इसको हृदय के खून से बापू ने है सींचा
रक्खा है ये चिराग शहीदों ने बाल के
इस देश को रखना मेरे बच्चो संभाल के

दुनियां के दांव पेंच से रखना न वास्ता
मंजिल तुम्हारी दूर है
लंबा है रास्ता

भटका न दे कोई तुम्हें
धोके में डाल के
इस देश को रखना मेरे बच्चो संभाल के

एटम बमों के जोर पे
ऐंठी है ये दुनियां
बारूद के इक ढेर पे
बैठी है ये दुनियां
तुम हर कदम उठाना
जरा देखभाल के
इस देश को रखना मेरे बच्चो संभाल के

आराम की तुम भूल भुलय्या में न भूलो
सपनों के हिंडोलों पे मगन हो के न झूलो
अब वक्त आ गया मेरे हंसते हुए फूलो
उठो छलांग मार के
आकाश को छू लो
तुम गाड़ दो गगन में
तिरंगा उछाल के
इस देश को रखना मेरे बच्चो संभाल के

हम लाए हैं तूफान से
कश्ती निकाल के
इस देश को रखना
मेरे बच्चो संभाल के