दोस्तो, पेश है नब्बे के दशक का एक और गीत जिसके बोल है, 'तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगी'. यह गीत १९९६ मैं आयी फिल्म 'जीत' से है. इस गीत के बोल लिखे है समीर ने और इसे गाया है कुमार सानू और अलका याग्निक ने. 'तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगी' गीत को संगीतबद्ध किया है उस जमाने की मशहूर संगीतकार जोडी नदीम-श्रवण ने. यह गाना करिष्मा कपूर और सनी देओल पर फिल्माया गया है.
इस संक्षिप्त जानकारी के साथ प्रस्तुत है, 'तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगी' गीत के बोल हिंदी मैं. आनंद ले!
इस संक्षिप्त जानकारी के साथ प्रस्तुत है, 'तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगी' गीत के बोल हिंदी मैं. आनंद ले!
फिल्म / एल्बम : जीत (1996)
संगीत दिया है: नदीम-श्रवण
गीत के बोल: समीर
गायक: कुमार सानू, अल्का याग्निक
तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगी
तुझे तेरी खुशबू से पहचान लूँगा (2)
अगर बंद हो जायेंगी मेरी आँखें
तुझे तेरी धड़कन से पहचान लूँगा
हमको तुमसे प्यार हुआ है
जीना दुश्वार हुआ है
तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगा
तुझे तेरी खुशबू से पहचान लूँगी
अगर बंद हो जायेंगी मेरी आँखें
अगर बंद हो जायेंगी मेरी आँखें
तुझे तेरी धड़कन से पहचान लूँगी
हमको तुमसे प्यार हुआ है
जीना दुश्वार हुआ है
बड़ा सुकून है मैं
दिल से तुमपे मरती हूँ
मैं अब किसी से नहीं बस
खुदी से डरती हूँ (2)
किया जो प्यार तो फिर दूर से मचलना क्या
तड़प के शाम-ओ-सहर करवटें बदलना क्या
मेरे जानू
मेरे जानम
जानेमन जानेजाना..
जो गुज़रेगी तू मेरी रहगुज़र से (2)
तुझे तेरी आहट से पहचान लूँगा
हमको तुमसे प्यार हुआ है
जीना दुश्वार हुआ है
आ बैठ पास
तेरी रूह में उतर जाऊँ
नज़र के पास रखूँ
हद से मैं गुज़र जाऊँ (3)
नज़र का तीर हटा
यूँ जिगर के पार न कर
मैं बेक़रार बहुत और बेक़रार ना कर
मेरे जानू
मेरे जानम
जानेमन जानेजाना..
कभी छुप के लेगा जो आग़ोश में तो (2)
तुझे तेरी चाहत से पहचान लूँगी
हमको तुमसे प्यार हुआ है
जीना दुश्वार हुआ है
तू धरती पे चाहे जहाँ भी रहेगा
तुझे तेरी खुशबू से पहचान लूँगी
अगर बंद हो जायेंगी मेरी आँखें
अगर बंद हो जायेंगी मेरी आँखें
तुझे तेरी धड़कन से पहचान लूँगी
है हमको तुमसे प्यार हुआ है
जीना दुश्वार हुआ है (2)
Tu Dharti Pe Chahe Jahan Bhi Lyrics from Jeet
tu dharati pe chahe jahan bhi rahegi
tuze teri khushbu se pehchan lunga (2)
agar band ho jayege meri ankhe
tuze tere dhadkan se pehchan lunga
humko tumse pyar hua hai
jeena dushwar hua hai
tu dharti pe chahe jaha bhi rahega
tuze tere khushbu se pehchan lungi
agar band ho jayege meri ankhe
agar band ho jayege meri ankhe
tuze tere dhadkan se pehchan lungi
humko tumse pyar hua hai
jeena dushwar hua hai
bada sukun hai mai
dil se tumpe marti hu
mai ab kisi se nahi bas
khudi se darti hu (2)
kiya jo pyar to fir dur se machalna kya
tadap ke sham-o-saher karvate badalna kya
mere janu
mere janam
janeman janejana..
jo gurarti hai tu meri rehgujar se (2)
tuze teri ahat se pehchan lunga
humko tumse pyar hua hai
jina dushwar hua hai
aa baith pass
teri ruh main utar jau
najar ke paas rakhu
had se gujar jau (3)
najar ka teer hata
yu jigar ke par na kar
mai bekarar bahut aur bekrar na kar
mere janu
mere janam
janeman janejana..
kabhi chup ke lega jo agosh mai to (2)
tuze tere chahat se pehchan lungi
humko tumse pyar hua hai
jina dushwar hua hai
tu dharti pe chahe jaha bhi rahega
tuze tere khushbu se pehchan lungi
agar band ho jayege meri ankhe
agar band ho jayege meri ankhe
tuze tere dhadkan se pehchan lungi
hey umko tumse pyar hua hai
jina dushwar hua hai (2)
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