दोस्तो, शादी/मेहँदी गीत श्रेणी मैं पेश है, 'मेहँदी है रचनेवाली हाथों में गहरी लाली' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत २००१ मैं आयी फिल्म 'ज़ुबैदा' से है. इस गीत के बोल लिखे है जावेद अख्तर साहब ने और गाया है अलका याग्निक ने अपने मधुर आवाज मैं. 'मेहँदी है रचनेवाली' गीत को संगीत दिया है ए.आर.रहमान ने. 'ज़ुबैदा' फिल्म मैं करिष्मा कपूर प्रमुख भूमिका मे दिखी.
इस जरुरी जानकारी के साथ पेश है, 'मेहँदी है रचनेवाली' गीत के बोल हिंदी मैं. आनंद ले!
इस जरुरी जानकारी के साथ पेश है, 'मेहँदी है रचनेवाली' गीत के बोल हिंदी मैं. आनंद ले!
फिल्म / एल्बम : ज़ुबैदा (2001)
संगीत दिया है: ए.आर.रहमान
गीत के बोल: जावेद अख्तर
गायक: अलका याग्निक
मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ..
अब कलियाँ..
हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को
जीवन को
नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं
मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ..
अब कलियाँ..
हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को
जीवन को
नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं
हो हरियाली बन्नो...
ले जाने तुझको गुईयाँ..
आने वाले हैं सैयाँ..
थामेंगे आ के बईयाँ..
गूँजेगी शहनाई..
अंगनाई-अंगनाई..
मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ..
अब कलियाँ..
हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को
जीवन को
नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं
गायें मईया और मौसी..
गायें बहना और भाभी..
कि मेहंदी खिल जाये
रंग लाये..
हरियाली बन्नी...
गायें फूफी और चाची...
गायें नानी और दादी ...
कि मेहंदी मन भाये
सज जाये
हरियाली बन्नी...
मेहंदी रूप सँवारे हो
मेहंदी रंग निखारे हो
हरियाली बन्नी...
के आँचल में उतरेंगे तारे
मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ..
अब कलियाँ..
हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को
जीवन को
नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं
गाजे, बाजे, बाराती...
घोड़ा, गाड़ी और हाथी ...
को लायेंगे साजन तेरे आँगन
हरियाली बन्नी..
तेरी मेहंदी वो देखेंगे..
तो अपना दिल रख देंगे वो..
पैरों में तेरी चुपके से
हरियाली बन्नी...
मेहंदी रूप सँवारे हो
मेहंदी रंग निखारे हो
हरियाली बन्नी...
के आँचल में उतरेंगे तारे
मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहें सखियाँ..
अब कलियाँ..
हाथों में खिलने वाली हैं
तेरे मन को
जीवन को
नई ख़ुशियाँ मिलने वाली हैं
Mehndi Hai Rachne Wali Lyrics from Zubeidaa
mehndi hai rachne wali
hhato mai gahari lali
kahe sakhiya..
ab kaliya..
hantho mai khilne wali hai
mere man ko
jivan ko
naye khushiya milne wali hai
mehndi hai rachne wali
hhato mai gahari lali
kahe sakhiya..
ab kaliya..
hantho mai khilne wali hai
mere man ko
jivan ko
naye khushiya milne wali hai
ho haryali banno...
le jane tuzko gueya..
ane wale hai saiya..
thamenge aa ke bayiya..
gunjengi shahnai..
anganai-angnai..
mehndi hai rachne wali
hhato mai gahari lali
kahe sakhiya..
ab kaliya..
hantho mai khilne wali hai
mere man ko
jivan ko
naye khushiya milne wali hai
gaye mayiya aur massi..
gaye bahna aur bhabhi..
ki mehandi khil jaye
rang laye..
haryali banni...
gaye fufi aur chachi...
gaye nani aur dadi...
ki mehndi man bhaye
saj jaye
haryali banni...
mehandi rup saware ho
mehandi rang nikhare ho
haryali banni...
ke anchal mai utarenge taare
mehndi hai rachne wali
hhato mai gahari lali
kahe sakhiya..
ab kaliya..
hantho mai khilne wali hai
tere man ko
jivan ko
naye khushiya milne wali hai
gaje baje barati...
ghoda gadi aur haanthi...
ko layenge sajan tere angan
haryali banni...
teri mehandi woh dekhenge..
to apna dil rakh denge woh..
pairo me teri chupkde se
haryali banni...
mehandi rup saware ho
mehandi rang nikhare ho
haryali banni...
ke anchal mai utarenge taare
mehndi hai rachne wali
hhato mai gahari lali
kahe sakhiya..
ab kaliya..
hantho mai khilne wali hai
tere man ko
jivan ko
naye khushiya milne wali hai
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