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Friday, 1 November 2019

संदेसे आते हैं - Sandese Aate Hain Lyrics from Border

दर्शको/पाठको, देशभक्ती गीतो की श्रेणी मैं प्रस्तुत है 'संदेसे आते हैं हमें तड़पाते हैं' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९९८ मैं आयी फिल्म 'बॉर्डर' से है. 'संदेसे आते हैं गीत के बोल लिखे है जावेद अख्तर साहब ने और इसे गाया है सोनू निगम और रूप कुमार राठोड़ ने. इस गीत को संगीत दिया है अनु मलिक ने. 'बॉर्डर' साल १९९८ की सर्वश्रेष्ठ फिल्म थी और इस फिल्म ने बहुत सारे पुरस्कार जीते.

इस जानकारी के साथ पेश है, 'संदेसे आते हैं हमें तड़पाते हैं' गीत के बोल हिंदी मैं. जय हिंद!



फिल्म / एल्बम : बॉर्डर (1998) 
संगीत दिया है: अनु मलिक
गीत के बोल: जावेद अख्तर
गायक: सोनू निगम, रूप कुमार राठोड़

संदेसे आते हैं
हमें तड़पाते हैं
जो चिट्ठी आती है
वो पूछे जाती है
के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन ये घर सूना सूना है...

किसी दिलवाली ने...
किसी मतवाली ने...
हमें खत लिखा है
ये हमसे पूछा है...

किसी की साँसों ने...
किसी की धड़कन ने...
किसी की चूड़ी ने...
किसी के कंगन ने...

किसी के कजरे ने...
किसी के गजरे ने...
महकती सुबहों ने...
मचलती शामों ने...
अकेली रातों में...
अधूरी बातों ने...
तरसती बाहों ने
और पूछा है तरसी निगाहों ने...
के घर कब आओगे...
लिखो कब आओगे...
के तुम बिन
ये दिल सूना सूना है...

संदेसे आते हैं
हमें तड़पाते हैं
जो चिट्ठी आती है
वो पूछे जाती है
के घर कब आओगे...

मोहब्बतवालों ने...
हमारे यारों ने...
हमें ये लिखा ह
कि हमसे पूछा है...

हमारे गाँवों ने
आम की छांवों ने...
पुराने पीपल ने
बरसते बादल ने...
खेत खलियानों ने
हरे मैदानों ने...
बसंती बेलों ने
झूमती बेलों ने....
लचकते झूलों ने
दहकते फूलों ने...
चटकती कलियों ने
और पूछा है गाँव की गलियों ने...

के घर कब आओगे...
लिखो कब आओगे...
के तुम बिन गाँव सूना सूना है...

संदेसे आते हैं
हमें तड़पाते हैं
जो चिट्ठी आती है
वो पूछे जाती है
के घर कब आओगे...

कभी एक ममता की
प्यार की गंगा की...
जो चिट्ठी आती है
साथ वो लाती है...

मेरे दिन बचपन के
खेल वो आंगन के...
वो साया आंचल का
वो टीका काजल का...

वो लोरी रातों में
वो नरमी हाथों में...

वो चाहत आँखों में
वो चिंता बातों में...

बिगड़ना ऊपर से
मोहब्बत अंदर से
करे वो देवी माँ...

यही हर खत में पूछे मेरी माँ...

के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे...
के तुम बिन आँगन सूना सूना है..

संदेसे आते हैं
हमें तड़पाते हैं
जो चिट्ठी आती है
वो पूछे जाती है
के घर कब आओगे...

ऐ गुजरने वाली हवा बता
मेरा इतना काम करेगी क्या?

मेरे गाँव जा
मेरे दोस्तों को सलाम दे...

मेरे गाँव में है जो वो गली..
जहाँ रहती है मेरी दिलरुबा...

उसे मेरे प्यार का जाम दे (2)

वहीँ थोड़ी दूर है घर मेरा...
मेरे घर में है मेरी बूढ़ी माँ
मेरी माँ के पैरों को छू के तू
उसे उसके बेटे का नाम दे...

ऐ गुजरने वाली हवा ज़रा
मेरे दोस्तों
मेरी दिलरुबा
मेरी माँ को मेरा पयाम दे...
उन्हें जा के तू ये पयाम दे...

मैं वापस आऊंगा
घर अपने गाँव में...
उसी की छांव में
कि माँ के आँचल से...

गाँव की पीपल से
किसी के काजल से
किया जो वादा था वो निभाऊंगा...

मैं एक दिन आऊंगा... (2)



Sandese Aate Hain Lyrics from Border


sandese aate hain
hame tadpate hai
jo chitthi aati hai
woh puche jati hai
ke ghar kab aaoge
likho kab aaoge
ke tum bin ye ghar suna suna hai...

kisi dilwali ne...
kisi matwali ne...
hame khat likha hai
yeh hamse pucha hai...

kisi ki sanso ne...
kisi ki dhadkan ne...
kisi ki chudi ne...
kisi ke kangan ne...

kisi ke kajre ne...
kisi ke gajre ne...
mahakate subhho ne...
machalati shamo ne...
akeli ranto mai...
adhuri baanto ne...
tarasti bahon ne
aur pucha hai tarsi nigaho ne...
ke ghar kab aaoge...
likho kab aaoge...
ke tum bin
yeh dil suna suna hai...

sandese aante hai
hame tadpate hai
jo chitthi aati hai
woh puche jate hai
ke ghar kab aaoge...

mohabbatwalo ne...
hamare yaro ne...
hame ye likha hai
ki humse pucha hai...

hamare gaon ne
aam ki chawo ne...
purane pipal ne
baraste badal ne...
khet khaliyano ne
hare maidano ne...
basanti belo ne
zumti belo ne....
lachakte zulo ne
dahkte fulo ne...
chatakti kaliyo ne
aur pucha hai gaaon ke galiyo ne...

ke ghar kab aaoge...
likho kab aaoge...
ke tum bin gaon suna suna hai...

sandese aante hai
hame tadpate hai
jo chitthi aati hai
woh puche jate hai
ke ghar kab aaoge...

kabhi ek mamta ki
pyar ki ganga ki...
jo chithhi aati hai
sath wo lati hai...

mere din bachpan ke
khel woh angan ke...
wo saya anchal ka
wo tika kajal ka...

woh lori ranto mai
woh narami hantho mai...

woh chahat ankho mai
wo chinta banto mai...

bigadna upar se
mohabbat andar se
kare woh devi maa...

yahi khat mai puche meri maa...

ke ghar kab aaoge
likho kab aaoge...
ke tum bin angan suna suna hai..

sandese ate hai
hume tadpate hai
woh chitti ati hai
woh puche jati hai
ke ghar kab aaoge...

ye gujarne wali hawa bata
mere itna kam karegi kya?

mere gaon ja
mere dosto ko salam de...

mere gaon mai hai jo woh gali..
jaha rehti hai meri dilruba...

use mere pyar ka jam de (2)

wahi thodi dur hai ghar mera...
mere ghar mai hai meri budi maa
mere maa ke pero ko chu ke tu
use unke bete ka nam de...

ye gujarne wali hawa jara
mere dosto
meri dilruba
meri maa ko mera payam de...
unhe ja ke tu ye payam de...

mai wapas aaunga
ghar apane gaon mai...
usi ki chaav mai
ki maa ke anchal se...

gaaon ke pipal se
kisi ke kajal se
kiya jo waada tha woh nibhaunga...

main ek din aaunga... (2)

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