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Friday, 15 November 2019

रामचंद्र कह गए - Ramchandra Keh Gaye Siya Se Lyrics from Gopi

प्यारे पाठको, भजन गीत श्रेणी मैं प्रस्तुत है 'रामचंद्र कह गए सिया से' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९७० मैं आयी फिल्म 'गोपी' से है. इस गीत के बोल/शब्द लिखे है राजेंद्र कृष्णजी ने और इसे अपने आवाज से सजाया है गायक महेंद्र कपूर ने. 'रामचंद्र कह गए सिया से' गीत को संगीत दिया है कल्याणजी-आनंदजी ने. इस फिल्म 'गोपी' मैं अभिनेता दिलीप कुमार साहब प्रमुख भूमिका मैं दिखे.

इस जानकारी के साथ पेश है, भजन 'रामचंद्र कह गए सिया से' गीत के बोल हिंदी मैं. जय सिया राम!




फिल्म / एल्बम : गोपी (1970)
संगीत दिया है: कल्याणजी-आनंदजी
गीत के बोल: राजेंद्र कृष्ण
गायक: महेंद्र कपूर

हे जी रे.. (4)

हे..
रामचंद्र कह गए सिया से (2)

ऐसा कलयुग आएगा

हंस चुगेगा दाना तुन का (2)

कौआ मोती खाएगा

हंस चुगेगा दाना तुन का
कौआ मोती खाएगा

हे जी रे..

रामचंद्र कह गए सिया से (2)

ऐसा कलयुग आएगा

हंस चुगेगा दाना तुन का (2)

कौआ मोती खाएगा

हंस चुगेगा दाना तुन का
कौआ मोती खाएगा

रामचंद्र कह गए सिया से..

सिया पूछे भगवान
कलयुग में धर्म - कर्म को
कोई नहीं मानेगा
तो प्रभु बोले

धर्म भी होगा कर्म भी होगा (2)

लेकिन शर्म नहीं होगी

बात बात में मात-पिता को (2)

बेटा आँख दिखाएगा...

हंस चुगेगा दाना तुन का
कौआ मोती खाएगा...
हे रामचंद्र कह गए सिया से..

राजा और प्रजा दोनों में
होगी निसिदिन खेचातानी खेचातानी...

कदम कदम पर करेंगे दोनों
अपनी अपनी मनमानी मनमानी...

जिसके हाथ में होगी लाठी (2)

भैंस वही ले जाएगा...
हंस चुगेगा दाना तुन का
कौआ मोती खाएगा... (2)

हे रामचंद्र कह गए सिया से..

सुनो सिया कलयुग में
काला धन और
काले मन होंगे
मन होंगे..

चोर उच्चक्के नगर सेठ
और प्रभु भक्त निर्धन होंगे..
निर्धन होंगे...

जो भी होगा लोभी भोगी (2)

वो जोगी कहलाएगा..

हंस चुगेगा दाना तुन का (2)

कौआ मोती खाएगा..

हंस चुगेगा दाना तुन का
कौआ मोती खाएगा...

हे रामचंद्र कह गए सिया से..

मंदिर सूना सूना होगा
भरी रहेगी मधुशाला
मधुशाला...

पिता के संग
संग भरी सभा में
नाचेगी घर की बाला...
घर की बाला...

हे.. कैसा कन्यादान
पिता ही
कैसा कन्यादान
पिता ही...
कन्या का धन खा जाएगा

हंस चुगेगा दाना तुन का (2)

कौआ मोती खाएगा...

हंस चुगेगा दाना तुन का

कौआ मोती खाएगा...

हे मूरख की प्रीत बुरी
जुए की जीत बुरी

बुरे संग बैठ ते भागे ही भागे
हे काजल की कोठरी में कैसे ही जतन करो

काजल का दाग भाई लागे ही लागे रे भाई
काजल का दाग भाई लागे ही लागे

हे जी रे...

कितना जती को कोई
कितना सती हो कोई
कामनी के संग काम
जागे ही जागे..

ऐ सुनो कहे गोपीराम
जिसका है नाम काम
उसका तो फंद गले लागे ही लागे रे भाई

उसका तो फंद गले लागे ही लागे..




Ramchandra Keh Gaye Siya Se Lyrics from Gopi

hey ji re.. (4)

hey..
ramchandra kah gaye siya se (2)

aisa kalyug ayega

hans chugega dana tun ka (2)

kaua moti khayega

hans chugega dana tun ka
kaua moti khayega

hey ji re..

ramchandra kah gaye siya se (2)

aisa kalyug ayega

hans chugega dana tun ka (2)

kaua moti khayega

hans chugega dana tun ka
kaua moti khayega

ramchandra kah gaye siya se..

siya puche bhagvan
kalyug main dharm-karm ko
koi nahi manega
to prabhu bole

dharm bhi hoga karm bhi hoga (2)

lekin sharm nahi hogi

baat baat mai mata-pita ko (2)

beta aankh dikhayega...

hans chugega dana tun ka
kaua moti khayega...
hey ramchandra kah gaye siya se..

raja aur praja dono mai
hogi nisidin khechatani khechatani...

kadam kadam par karenge dono
apani apani manmani manmani...

jiske hhat mai hogi lathi (2)

bhais vahi le jayega...
hans chugega dana tun ka
kaua moti khayega... (2)

hey ramchandra kah gaye siya se..

suno siya kalyug main
kala dhan aur
kale man honge
man honge..

chor uchhakke nagar seth
aur prabhu bhakt nirdhan honge..
nirdhan honge...

jo bhi hoga lobhi bhogi (2)

woh jogi jogi kahlayega..

hans chugega dana tun ka (2)

kaua moti khayega..

hans chugega dana tun ka
kaua moti khayega...

hey ramchandra kah gaye siya se..

mandir suna suna hoga
bhari rahegi madhushala
madhushala...

pita ke sang
sang bhari sabha mai
nachegi ghar ki bala...
ghar ki bala...

hey.. kaisa kanyadan
pita hi
kaisa kanyadan
pita hi...
kanya ka dhan kha jayega

hans chugega dana tun ka (2)

kaua moti khayega...

hans chugega dana tun ka

kaua moti khayega...

hey murkh ki prit buri
juye ki jeet buri

bure sang baith te bhage hi bhage
hey kajal ki kothri mai kaise hi jatan karo

kajal ka dag bhai lage hi lage re bhai
kajal ka dag bhai lage hi lage

hey ji re...

kitna jati ko koi
kitna sati ho koi
kamni ke sang kam
jage hi jage..

ye suno kahe gopiram
jisaka hai nam kam
uska to fand gale lage hi lage re bhai

uska to fand gale lage hi lage hi lage..

3 comments:

  1. Very True Pridiction by Shri Rajinder Krishan ji
    1.Jo hoga Lobhi Or bhogi wo yogi kehlayega.
    2. Baat Baat par Maa baap ko beta Ankh dikhayega.
    3.Jiske haath mein hogi lathi bhains wahi le jayega.
    4.Kaisa kanyadaan pita hi kanya ka dhan khayega.

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