पाठको, पेश है देशभक्ती गीतो की श्रेणी मैं 'चिट्ठी आई है' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत १९८६ मैं आयी फिल्म 'नाम' से है. इस गीत के बोल लिखे है आनंद बक्षी साहब ने और इसे बडी खुबी से गाया है पंकज उधासजी ने. पंकजजी की आवाज इस गीत मैं जान डाल गयी है. 'चिट्ठी आई है' गीत को संगीत से सवारा है महान जोडी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल जी ने.
इस विस्तृत जानकारी के साथ पेश है, 'चिट्ठी आई है' गीत के बोल हिंदी मैं. जय हिंद!
इस विस्तृत जानकारी के साथ पेश है, 'चिट्ठी आई है' गीत के बोल हिंदी मैं. जय हिंद!
फिल्म / एल्बम : नाम (1986)
संगीत दिया है: लक्ष्मीकांत - प्यारेलाल
गीत के बोल: आनंद बक्षी
गायक: पंकज उधास
चिट्ठी आई है
आई है चिट्ठी आई है... (2)
चिट्ठी आई है .. वतन से चिट्ठी आयी है...
बड़े दिनों के बाद
हम बेवतनों को याद (2)
वतन की मिट्टी आई है
चिट्ठी आई है ...
ऊपर मेरा नाम लिखा हैं
अंदर ये पैगाम लिखा हैं (2)
ओ परदेस को जाने वाले
लौट के फिर ना आने वाले...
सात समुंदर पार गया तू...
हमको ज़िंदा मार गया तू...
खून के रिश्ते तोड़ गया तू
आँख में आँसू छोड़ गया तू
कम खाते हैं
कम सोते हैं
बहुत ज़्यादा हम रोते हैं
चिट्ठी आई है
आई है चिट्ठी आई है...
सूनी हो गईं शहर की गलियाँ
कांटे बन गईं बाग की कलियाँ (2)
कहते हैं सावन के झूले
भूल गया तू
हम नहीं भूले...
तेरे बिन जब आई दीवाली
दीप नहीं दिल जले हैं खाली
तेरे बिन जब आई होली
पिचकारी से छूटी गोली
पीपल सूना
पनघट सूना
घर शमशान का बना नमूना (2)
फ़सल कटी आई बैसाखी
तेरा आना रह गया बाकी
चिट्ठी आई है
आई है चिट्ठी आई है...
पहले जब तू ख़त लिखता था
कागज़ में चेहरा दिखता था (2)
बंद हुआ ये मेल भी अब तो
खतम हुआ ये खेल भी अब तो
डोली में जब बैठी बहना
रस्ता देख रहे थे नैना (2)
मैं तो बाप हूँ मेरा क्या है
तेरी माँ का हाल बुरा है
तेरी बीवी करती है सेवा
सूरत से लगती हैं बेवा
तूने पैसा बहुत कमाया
इस पैसे ने देश छुड़ाया
पंछी पिंजरा तोड़ के आजा
देश पराया छोड़ के आजा
आजा उमर बहुत है छोटी
अपने घर में भी हैं रोटी...
चिट्ठी आई है
आई है चिट्ठी आई है...
Chitthi Aayi Hai Lyrics from Naam
chitthi aayi hai
aayi hai chitthi aayi hai... (2)
chitthi aayi hai .. watan se chitthi aayi hai...
bade dino ke baad
hum bewatano ko yaad (2)
watan ki mitti ayi hai
chitthi aayi hai...
upar mera nam likha hai
andar yeh paigam likha hai (2)
oo pardes ko jane wale
laut ke fir na ane wale...
saat samundar par gaya tu...
humko zinda mar gaya tu...
khun ke riste tod gaya tu
ankh mai ansu chod gaya tu
kam khate hai
kamm sote hai
bahut jyada hum rote hai
chitthi aayi hai
aayi hai chitthi aayi hai...
suni ho gayi shahar ki galiya
kante ban gayi bag ki kaliya (2)
kahte hai swan ke zule
bhul gaya tu
hum nahi bhule...
tere bin jab ayi diwali
deep nahi dil jale hai khali
tere bin jab ayi holi
pichkari se chuti goli
pipal suna
panghat suna
ghar shamshan ka bana namuna (2)
fasal kati ayi baisakhi
tera ana rah gaya baki
chitthi aayi hai
aayi hai chitthi aayi hai...
pahale jab tu khat likhta tha
kagaj mai chehra dikhta tha (2)
band hua ye mel bhi ab to
kahatam hua ye khel bhi ab to
doli mai jab baithi bahna
rasta dekh rahe the naina (2)
mai to bap hu mera kya hai
teri maa ka hal bura hai
teri biwi karti hai seva
surat se lagti hai beva
tune paisa bahut kamaya
is paise ne des chudaya
panchi pinjara tod ke aja
des paraya chod ke aja
aja umar bahut hai choti
apane ghar mai bhi hai roti...
chitthi aayi hai
aayi hai chitthi aayi hai...
This song ia very hart tuching
ReplyDeleteCompletely agree.
DeleteNice
ReplyDeleteAn all-time great song! Heart-rending lyrics by Anand Bakshi, beautiful tune and music by Laxmikant-Pyarelal and great singing by Pankaj Udhas! Superb combination!
ReplyDeleteYes, thanks for the lovely comment.
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