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Saturday, 5 October 2019

इन आँखों की मस्ती के - In Aankhon Ki Masti Ke Lyrics from Umrao Jaan

मुजरा गीत की बात आये और 'इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं' गीत याद ना आये ऐसा मुमकिन ही नही. दोस्तो, आपके लिये पेश है १९८१ मै आयी 'उमराव जान' फिल्म से 'इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं' गीत के बोल. इस गीत को लिखा है शहरयार ने और इसका संगीत दिया है खय्यामजी ने. आशा भोंसले जी के आवाज ने 'इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं' गीत को अजरामर कर दिया है.

यह गाना अभिनेत्री रेखा पर चित्रित हुआ और उनके अदा ने उसे प्रसिद्ध कर दिया. इस जानकारी के साथ प्रस्तुत है 'इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं' गीत के बोल हिंदी मै. आनंद ले!


फिल्म / एल्बम : उमराव जान (1981)
संगीत दिया है: खय्याम
गीत के बोल: शहरयार
गायक: आशा भोंसले

इन आँखों की मस्ती के, आ आ आ आ...
इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं
मस्ताने हज़ारों हैं
इन आँखों से वाबस्ता
इन आँखों से वाबस्ता अफ़साने हज़ारों हैं
अफ़साने हज़ारों हैं
इन आँखों की मस्ती के

एक तुम ही नहीं तनहा, आ आ...
एक तुम ही नहीं तनहा उल्फत में मेरी रुसवा
उल्फत में मेरी रुसवा
इस शेहेर में तुम जैसे
इस शेहेर में तुम जैसे दीवाने हज़ारों हैं
दीवाने हज़ारों हैं
इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं
इन आँखों की मस्ती के, आ आ आ आ...

एक सिर्फ हमी मै को, एक सिर्फ हमी
एक सिर्फ हमी मै को आँखों से पिलाते हैं
आँखों से पिलाते हैं
केहने को तो दुनिया में
केहने को तो दुनिया में मैखाने हज़ारों हैं
मैखाने हज़ारों हैं
इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं
इन आँखों की मस्ती के

इस शम-ए-फरोज़ा को, आ आ...
इस शम-ए-फरोज़ा को आंधी से डराते हो
आंधी से डराते हो
इस शम-ए-फरोज़ा के
इस शम-ए-फरोज़ा के परवाने हज़ारों हैं
परवाने हज़ारों हैं
इन आँखों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों हैं
इन आँखों से वाबस्ता अफ़साने हज़ारों हैं
अफ़साने हज़ारों हैं
इन आँखों की मस्ती के...


In Aankhon Ki Masti Ke Lyrics from Umrao Jaan


in aankhon ki masti ke, aa aa aa aa...
in aankhon ki masti ke mastane hajaro hai
mastane hajaro hai
in aankhon se vabasta
in aankhon se vabasta afsane hajaro hai
afsane hajaro hai
in aankhon ki masti ke

ek tum hi nahi tanha, aa aa...
ek tum hi nahi tanha ulfat mai meri rusva
ulfat mai meri rusva
is shehar mai tum jaise
is shehar mai tum jaise diwane hajaro hai
diwane hajaro hai
in aankhon ki masti ke mastane hajaro hai
in aankhon ki masti ke, aa aa aa aa...

ek sirf hami mai ko, ek sirf hami
ek sirf hami mai ko ankho se pilate hai
ankho se pilate hai
kehne ko to duniya mai
kehne ko to duniya mai maikahne hajaro hai
maikahne hajaro hai
in aankhon ki masti ke mastane hajaro hai
in aankhon ki masti ke

is shamm-e-faroza ko, aa aa...
is shamm-e-faroza ko andhi se darate ho
andhi se darate ho
is shamm-e-faroza ke
is shamm-e-faroza parwane hajaro hai
parwane hajaro hai
in aankhon ki masti ke mastane hajaro hai
in aankhon se vabasta afsane hajaro hai
afsane hajaro hai
in aankhon ki masti ke...

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