प्यारे दोस्तो, देशभक्ती गीतो के श्रेणी मैं पेश है 'कन्धों से मिलते हैं कन्धे' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत २००४ मैं आयी फिल्म 'लक्ष्य' से है. गीत के बोल लिखे है जावेद अख्तर साहब ने और इसे संगीत दिया है शंकर, एहसान, लॉय ने. 'कन्धों से मिलते हैं कन्धे' गीत गाया है शंकर महादेवन, सोनू निगम, हरिहरन, रूप कुमार राठोड, कुनाल गांजावाला और विजय प्रकाश ने. यह गीत हृतिक रोशन और अन्य कलाकारो पर फिल्माया गया है, जो की इस फिल्म मैं इंडियन आर्मी के जवान दिखाये गये थे.
इस जानकारी के साथ पेश है, 'कन्धों से मिलते हैं कन्धे' गीत के बोल हिंदी मैं. जय हिंद!
इस जानकारी के साथ पेश है, 'कन्धों से मिलते हैं कन्धे' गीत के बोल हिंदी मैं. जय हिंद!
फिल्म / एल्बम : लक्ष्य (2004)
संगीत दिया है: शंकर, एहसान, लॉय
गीत के बोल: जावेद अख्तर
गायक: शंकर महादेवन, सोनू निगम, हरिहरन, रूप कुमार राठोड, कुनाल गांजावाला, विजय प्रकाश
कन्धों से मिलते हैं कन्धे
क़दमों से क़दम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे
तो दिल दुश्मन के हिलते हैं
अब तो हमें आगे बढ़ते है रहना
अब तो हमें साथी है बस इतना ही कहना
अब जो भी हो
शोला बन के पत्थर है पिघलाना
अब जो भी हो
बादल बन के परबत पर है छाना
निकले हैं मैदां में हम जाँ हथेली पर लेकर
अब देखो दम लेंगे हम जा के अपनी मंज़िल पर
खतरों से हँस के खेलना
इतनी तो हममें हिम्मत है
मोड़े कलाई मौत की
इतनी तो हममें ताक़त है
हम सरहदों के वास्ते
लोहे की इक दीवार हैं
हम दुश्मनों के वास्ते
होशियार हैं तैयार हैं
अब जो भी हो...
जोश दिल में जगाते चलो...
जीत के गीत गाते चलो...
जीत की जो तस्वीर बनाने हम निकले हैं अपनी लहू से
हमको उसमें रंग भरना है
साथी मैंने अपने दिल में अब ये ठान लिया है
या तो अब करना है
या तो अब मरना है
चाहे अंगारें बरसे कि बिजली गिरे
तू अकेला नहीं होगा यारा मेरे
कोई मुश्किल हो या हो कोई मोर्चा
साथ हर मोड़ पर होंगे साथी तेरे
अब जो भी हो...
इक चेहरा अक्सर मुझे याद आता है
इस दिल को चुपके-चुपके वो तड़पाता है
जब घर से कोई भी ख़त आया है
कागज़ को मैंने भीगा-भीगा पाया है
पलकों पे यादों के कुछ दीप जैसे जलते हैं
कुछ सपने ऐसे है
जो साथ-साथ चलते हैं
कोई सपना न टूटे
कोई वादा न टूटे
तुम चाहो जिसे दिल से वो तुमसे ना रूठे
अब जो भी हो...
चलता है जो ये कारवाँ
गूंजी सी है ये वादियाँ
है ये ज़मीं
ये आसमां
है ये हवा
है ये समां
हर रस्ते ने
हर वादी ने
हर परबत ने
सदा दी
हम जीतेंगे, हम जीतेंगे, हम जीतेंगे, हर बाज़ी.......
कन्धों से मिलते...
चलता है जो ये कारवाँ
गूंजी सी है
ये वादियाँ
Kandho Se Milte Hain Kandhe Lyrics from Lakshya
kandho se milte hain kandhe
kadmo se kadam milte hai
hum chalate hai jab aise
to dil dushman ke hilte hai
ab to hame aage badte hai rahna
ab to hame sathi hai bas itna hi kahna
ab jo bhi ho
shola ban ke pathar hai pighlana
ab jo bhi ho
badl ban ke parbat par hai chana
nikale hai maida mai hum jo hateli par le kar
ab dekho hum lenge hum ja ke apani manzil par
khatro se hans ke khelna
itani to hum mai himmat hai
mode kalaee maut ki
itane to hum mai takad hai
hum sarhado ke vaste
lohe ki ek diwar hai
hum dushmano ke vaste
hoshiyar hai taiyar hai
ab jo bhi ho...
josh dil mai jagate chalo...
jeet ke geet gate chalo...
jeet ki jo tasveer banane hum nikale hai apni lahu se
humko usme rang bharna hai
sathi maine apane dil mai ab yeh than liya hai
ya to ab karna hai
ya to ab marna hai
chahe angare barse ki bijali gire
tu akela nahi hoga yara mere
koi mushkil ho ya ho koi morcha
sath har mod par honge sathi tere
ab jo bhi ho...
ek chehra aksar muze yaad ata hai
is dile ko chupke-chupke woh tadpata hai
jab ghar se koi bhi khat aya hai
kagaj ko maine bhiga-bhiga paya hai
palko pe yado ke kuch deep jaise jalte hai
kuch sapne aise hai
jo sath-sath chalte hai
koi sapna na tute
koi vada na tute
tum chaho jise dil se wo tumse na ruthe
ab jo bhi ho...
chalta hai jo ye karwa
gunji si hai yeh vadiya
hai ye jami
ye asmaa
hai yeh hawa
hai yeh sama
her raste ne
har wadi ne
har parbat ne
sada di
hum jitenge, hum jitenge, hum jitenge,haar baaji.......
kandho se milte hain kandhe...
chalta hai jo ye karwa
gunji si hai
yeh wadiya
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