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Wednesday 13 November 2019

ओम जय जगदीश हरे - Om Jai Jagdish Hare Lyrics from Baghban

पाठको, भजन गीत के श्रेणी मैं पेश है 'ओम जय जगदीश हरे' भजन के बोल हिंदी मैं. यह भजन मूलतः लिखा है पंडित श्रद्धा राम फिलौरी ने और बहुत से हिंदी फिल्मो मैं प्रस्तुत हुआ है. इस बार हम पेश कर रहे हैं फिल्म 'बागबान' से 'ओम जय जगदीश हरे' भजन के बोल. इस गीत को गाया है अल्का याग्निक, उदित नारायण और स्नेहा पंत ने और संगीत दिया है आदेश श्रीवास्तव ने. यह भजन सलमान खान और महिमा चौधरी पर चित्रित हुआ है.

इस विस्तृत जानकारी के साथ प्रस्तुत हैं, 'ओम जय जगदीश हरे' भजन के बोल हिंदी मैं. हरी ओम!


फिल्म / एल्बम : बागबान (2003)
संगीत दिया है: आदेश श्रीवास्तव
गीत के बोल: पंडित श्रद्धा राम फिलौरी
गायक: अल्का याग्निक, उदित नारायण,स्नेहा पंत

ॐ जय जगदीश हरे...
स्वामी जय जगदीश हरे...
भक्त जनों के संकट
दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे...

ॐ जय जगदीश हरे... (2)

स्वामी जय जगदीश हरे...
भक्त ज़नो के संकट
दास ज़नो के संकट
क्षण में दूर करे...
ॐ जय जगदीश हरे..

जो ध्यावे फल पावे
दुःख बिन से मन का
स्वामी... दुख बिन से मन का...

सुख सम्पति घर आवे (2)

कष्ट मिटे तन का..
ॐ जय जगदीश हरे...

मात पिता तुम मेरे
शरण करो गहूं किसकी...
स्वामी शरण गहूं किसकी...

तुम बिन और ना दूजा... (2)

आस करूँ जिसकी
ॐ जय जगदीश हरे...

तुम पूरण परमात्मा
तुम अंतरियामी
स्वामी तुम अंतरियामी...

पर ब्रह्म परमेश्वर (2)

तुम सबके स्वामी
ॐ जय जगदीश हरे...

तुम करुणा के सागर
तुम पालन करता
स्वामी पालन करता...

मैं मूरख खलकामी...
मैं सेवक तुम स्वामी...
कृपा करो भर्ता
ॐ जय जगदीश हरे

तुम हो एक अगोचर
सबके प्राण पति
स्वामी सबके प्राण पति...

किस विध मिलु दयामय (2)

तुम को मैं कुमति
ॐ जय जगदीश हरे...

दीन-बन्धु दुःख-हर्ता
ठाकुर तुम मेरे
स्वामी रक्षक तुम मेरे...
अपने हाथ उठाओ...
अपनी शरण लगाओ...
द्वार पड़ा तेरे
ॐ जय जगदीश हरे...

विषय-विकार मिटाओ
पाप हरो देवा...
स्वामी पाप हरो देवा...

श्रद्धा भक्ति बढ़ाओओओओ (2)

सन्तन की सेवा

ॐ जय जगदीश हरे (2)

स्वामी जय जगदीश हरे...
भक्त जनों के संकट
दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे...

ॐ जय जगदीश हरे... (2)

स्वामी जय जगदीश हरे...
भक्त जनों के संकट
दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे...
ॐ जय जगदीश हरे...



Om Jai Jagdish Hare Lyrics from Baghban

om jai jagdish hare...
swami jay jagdish hare...
bhakt jano ke sankat
das jano ke sankat
shan mai dur kare...

om jai jagdish hare... (2)

swami jay jagdish hare...
bhakt jano ke sankat
das jano ke sankat
shan mai dur kare...
om jai jagdish hare...

jyo dhyawe fal pave
dukh bin se man ka
swami... dukh bin se man ka...

sukh sampati ghar aave (2)

kast mite tan ka..
om jai jagdish hare...

mat pita tum mere
sharan karo gahu kiski...
swami sharan gahu kiski...

tum bin aur na duja... (2)

aas karu jiski
om jai jagdish hare...

tum puran parmatma
tum antaryami
swami tum antaryami...

par bramh parmeshwar (2)

tum sabke swami
om jai jagdish hare...

tum karun ke sagar
tum palan karta
swami palan karta...

mai murkh khalkami...
mai sevak tum swami...
krupa karo bharta
om jai jagdish hare...

tum ho ek agochar
sabke pran pati
swami sabke pran pati...

kis vidh milu dayaman (2)

tum ko mai kumti
om jai jagdish hare...

din bandhu dukh harta
thakur tum mere
swami rakshan tum mere...
apane hhat uthao...
apani sharan lagao...
dwar pada tere
om jai jagdish hare...

vishat-vikar mitao
pap haro deva...
swami pap haro deva...

shradha bhakti bhadavoooo (2)

santan ki seva

om jai jagdish hare...

swami jay jagdish hare...
bhakt jano ke sankat
das jano ke samkat
shan me dur kare...

om jai jagdish hare... (2)

swami jay jagdish hare...
bhakt jano ke sankat
das jano ke sankat
shan mai dur kare...
om jai jagdish hare...

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