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Saturday 9 November 2019

मेरा मुल्क मेरा देश - Mera Mulk Mera Desh Lyrics from Diljale

पाठको, देशभक्ती गीत के श्रेणी मैं इस बार प्रस्तुत है 'मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन' गीत के बोल हिंदी मैं. यह गीत साल १९९६ मैं आयी फिल्म 'दिलजले' से है. इस गीत के शब्द लिखे है जावेद अख्तर साहब ने और इसे गाया है आदित्य नारायण, कुमार सानू और कविता कृष्णामूर्ति ने. 'मेरा मुल्क मेरा देश' गीत को संगीत दिया है अनु मलिक ने. फिल्म 'दिलजले' मैं अजय देवगण प्रमुख किरदार मैं दिखे.

इस विस्तृत जानकारी के साथ पेश है, 'मेरा मुल्क मेरा देश' गीत के बोल हिंदी मैं. जय हिंद!



फिल्म / एल्बम : दिलजले (1996)
संगीत दिया है: अनु मलिक
गीत के बोल: जावेद अख्तर
गायक: आदित्य नारायण, कुमार सानू, कविता कृष्णामूर्ति

मेरा मुल्क
मेरा देश
मेरा ये वतन...

शांति का
उन्नति का
प्यार का चमन...

इसके वास्ते निसार है मेरा तन
मेरा मन...

ऐ वतन... (3)

जानेमन...(3)

मेरा मुल्क
मेरा देश
मेरा ये वतन...

शांति का
उन्नति का
प्यार का चमन...

इसकी मिट्टी से बने
तेरे मेरे ये बदन...
इसकी धरती तेरे-मेरे वास्ते गगन...
इसने ही सिखाया हमको जीने का चलन..

इसके वास्ते निसार है मेरा तन
मेरा मन...

ऐ वतन... (3)

जानेमन...(3)

अपने इस चमन को
स्वर्ग हम बनाएंगे...
कोना कोना
अपने देश का सजाएंगे ...

जश्न होगा जिंदगी का
होंगे सब मगन... (2)

इसके वास्ते निसार है मेरा तन
मेरा मन...

ऐ वतन... (3)

जानेमन...(3)

कल के सारे वादे
आज टूटने लगे...
हाथ में जो हाथ थे
 वो छूटने लगे...
काश लौट आये
पहले जैसा अपनापन..

ऐ वतन... (3)

जानेमन...(3)

मेरा मुल्क
मेरा देश
मेरा ये वतन...
शांति का
उन्नति का
प्यार का चमन... (2)

मेरा मुल्क
मेरा देश
मेरा ये वतन...
शांति का
उन्नति का
प्यार का चमन...

इसके वास्ते निसार है मेरा तन
मेरा मन...

ऐ वतन... (3)

जानेमन...(3)

ऐ वतन... (3)

जानेमन...(3)



Mera Mulk Mera Desh Lyrics from Diljale


mera mulk
mera desh
mera yeh watan...

shanti ka
unnati ka
pyar ka chaman...

iske vaste nisar hai mera tan
mera maan...

ye vatan... (3)

janeman...(3)

mera mulk
mera desh
mera yeh watan...

shanti ka
unnati ka
pyar ka chaman...

iski kitthi se bane
tere mere yeh badan...
iski dharti tere mere vaste gagan...
isane hi sikhaya humko jine ka chalan..

iske vaste nisar hai mera tan
mera maan...

ye vatan... (3)

janeman...(3)

apane is chaman ko
swarg hum banayege...
kona kona
apane desh ka sajayenge...

jashn hoga jindagi ka
honge sab magan... (2)

iske vaste nisar hai mera tan
mera maan...

ye vatan... (3)

janeman...(3)

kal ke sare vaade
aj tutne lage...
hath mai jo hath the
woh chutane lage...
kash laut aye
pahale jaisa apanapan..

ye vatan... (3)

janeman...(3)

mera mulk
mera desh
mera yeh watan...
shanti ka
unnati ka
pyar ka chaman... (2)

mera mulk
mera desh
mera yeh watan...
shanti ka
unnati ka
pyar ka chaman...

iske vaste nisar hai mera tan
mera maan...

ye vatan... (3)

janeman...(3)

ye vatan... (3)

janeman...(3)

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