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Monday 21 October 2019

मैंने तेरे लिए ही - Maine Tere Liye Hi Lyrics from Anand

पाठको, प्रस्तुत है आपके सामने १९७१ मैं आयी फिल्म 'आनंद' से 'मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने' गीत के बोल. यह गीत लिखा है गुलज़ार साहब ने और इसे गाया है आवाज के जादूगर मुकेश ने. 'मैंने तेरे लिए ही' गीत को संगीतबध्द किया है सलिल चौधरी ने. 'आनंद' १९७१ की हिट फिल्म रही और सुपरस्टार राजेश खन्ना ने आनंद पात्र  का प्रमुख किरदार खूब निभाया. अमिताभ बच्चन और रमेश देव एक प्रमुख भूमिका मै दिखे. इस फिल्म के गाने और राजेश खन्नाजी के संवादो की खास प्रशंसा हुई. "जिंदगी बडी होनी चाहिये, लंबी नही बाबु मोशाय." ऐसे संवाद खूब प्रसिद्ध हुए.

पेश है इस जानकारी के साथ 'मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने' गीत के बोल हिंदी मैं. धन्यवाद!

फिल्म / एल्बम : आनंद (1971)
संगीत दिया है: सलिल चौधरी
गीत के बोल: गुलज़ार
गायक: मुकेश

मैं ने...

तेरे लिये ही सात रंग के सपने चुने
सपने सुरीले सपने
कुछ हँस के
कुछ ग़म के
तेरी आँखों के साए चुराए
रसीली यादों ने
मैं ने तेरे लिये ही सात रंग के सपने चुने

छोटी बातें
छोटी छोटी बातों की है यादें बड़ी
भूले नहीं बीती हुई एक छोटी घड़ी
जनम जनम से आँखें बिछाईं
तेरे लिये इन राहों में
मैं ने तेरे लिये ही सात रंग के सपने चुने

भोले भाले
भोले भाले दिल को बहलाते रहे
तन्हाई में तेरे ख़यालों को सजाते रहे
कभी कभी तो आवाज़ देकर
मुझको जगाया ख़्वाबों ने
मैं ने तेरे लिये ही सात रंग के सपने चुने

रूठी रातें
रूठी हुई रातों को जगाया कभी
तेरे लिये बीती सुबह को बुलाया कभी
तेरे बिना भी तेरे लिये ही
दिये जलाये रातों में
मैं ने तेरे लिये ही सात रंग के सपने चुने..





    Maine Tere Liye Hi Lyrics from Anand


    main ne...

    tere liye hi saat rang ke sapne chune
    sapne surile sapne
    kuch hans ke
    kuch gam ke
    teri ankho ke saye churaye
    rasili yado ne
    main ne tere liye hi saat rang ke sapne chune

    choti bante
    choti choti banto ki hai yaden badi
    bhule nahi biti huee ek choti ghadi
    janam janam se ankhe bichayee
    tere liye in raho main
    main ne tere liye hi saat rang ke sapne chune

    bhole bhale
    bhole bjale dil ko bahlate rahe
    tanhai mai tere khayalo ko sajate rahe
    kabhi kabhi to avaj dekar
    muzko jagaya kwabo ne
    main ne tere liye hi saat rang ke sapne chune

    ruthi rante
    ruthi huee ranto ko jagaya kabhi
    tere liye biti subah ko bulaya kabhi
    tere bina bhi tere liye hi
    diye jalaye ranto mai
    main ne tere liye hi saat rang ke sapne chune..

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